नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण व अन्य बीमारियों से बचे रहने के लिए डॉक्टर लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह देते हैं। ये सलाह कई बार आपको को भी मिली होगी। पर क्या आप जानते हैं अच्छी सेहत के लिए पानी को बार-बार उबालकर पीना, आपकी सेहत को बनाए रखने की जगह बिगाड़ भी सकता है। यह सुनकर कई लोग हैरान हो सकते हैं, लेकिन यह सच है।
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बता दें कि पानी को बार-बार उबालने से उसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। पानी को बार-बार उबालने से उसमें आर्सेनिक, नाईट्रेट और फ्लूराइड की मात्रा ज्यादा हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर को नुकसान पहुंचता है।
पानी क्यों बन जाता है टॉक्सिक?
उबले हुए पानी को दोबारा उबालने से उसकी भाप वापस निकलकर उसी में चली जाती है। पानी एक बार उबलने पर मिनरल को दुबारा सेट करता है, ठंडा हो जाने पर पानी में सभी लवण सेट हो जाते हैं लेकिन अगर उसे फिर से गर्म किया जाएं, तो उसमें दुबारा से कैमिकल रिएक्शन होते हैं और सब कुछ संतुलित मात्रा से कम या ज्यादा हो जाता है।
पानी को गर्म करने पर इसमें नाईट्रेट एक्सपोज हो जाता है लेकिन अगर इसे बार-बार गर्म किया जाएं तो यह टॉक्सिक में बदल जाता है। उच्च तापमान, नाईट्रेट को नाईट्रोसामाइन और कारसिनोजेनिक में परिवर्तित कर देता है। इससे कई प्रकार का कैंसर,हार्ट अटैक, मस्तिष्क सम्बंधी बीमारियां, प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ता है।
जानें पानी को कितना उबालना है सही
पानी को पूरी तरह से कीटाणु रहित बनाने के लिए उसे कम-से-कम 20 मिनट उबालना चाहिए।