इस साल 24 अक्टूबर को दिवाली (Diwali) का पावन पर्व है। हिंदू धर्म में कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दिवाली मनाई जाती है। दीपावली को दीपोत्सव भी कहा जाता है। दीपावली पर ऋद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है।
कहा जाता है कि दिवाली (Diwali) की रात विधि-विधान से गणेश-लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में खुशियां आती हैं। साथ ही पूरे साल धन-धान्य की कमी नहीं होती है। दिवाली के इस पावन पर्व पर लोग अपने दोस्तों, पड़ोसियों और सगे-संबंधियों को उपहार भी देते हैं। कई बार लोग भूलवश एक दूसरे को कुछ ऐसे गिफ्ट दे देते हैं, जिन्हें ज्योतिष के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि नकारात्मक प्रभाव दोनों पर पड़ता है। आइए जानते हैं कौन सी वो चीजें हैं…
>> अक्सर लोग दिवाली के शुभ अवसर पर एक दूसरे को देवी-देवताओं के चित्र या मूर्ति को उपहार के रूप में देते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए कि ऐसे चित्र को उपहार में नहीं देना चाहिए, जिनमें देवता उग्र अवस्था में या युद्ध करते हुए दिखाई दे रहे हों।
>> दिवाली (Diwali) के दिन रामायण, महाभारत, ग्रहण, जंगली जानवर, अकाल और सूर्यास्त की तस्वीरों को उपहार में न ही किसी को देना चाहिए और न ही लेना चाहिए।
>> यदि किसी को उपहार में मां लक्ष्मी की फोटो देनी हो तो हमेशा बैठी हुई मां लक्ष्मी की अवस्था का चित्र ही देना चाहिए। शास्त्रों में लक्ष्मी जी का घर में बैठना अथवा स्थिर अवस्था में ही शुभ माना जाता है। वहीं खड़ी अवस्था में मां लक्ष्मी की तस्वीर शुभ नहीं मानी जाती है।
>> दिवाली (Diwali) के दिन नीचे गिरते हुए झरने के पानी का चित्र भी उपहार में नहीं देना चाहिए और न ही किसी से लेना चाहिए। साथ ही इस दिन उपहार में कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस या बोनसोई के पौधे नहीं देना चाहिए।
>> इसके अलावा उपहार में नुकीली चीजों को नहीं देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से उपहार देने वाले और लेने वालो के बीच में कटुता पैदा होती है।