लखनऊ डेस्क। कहते हैं कि अगर कोई भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान शिव की अराधना करता है, तो भगवान उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। सावन में कई तरह की चीजों को खाने पीने की मनाही होती है। इसी के साथ कपड़ों को लेकर भी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आइये आपको बताते हैं-
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1-हर किसी की मनोकामना पूरी होती है तो वहीं ऐसा न करने पर गलत परिणाम भुगने पड़ सकते हैं। आपने आज तक सुना होगा कि शादीशुदा महिलाओं को लाल रंग का जोड़ा पहनकर पूजा में बैठना चाहिए। लाल रंग खुशियों और सोभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
2-भगवान शिव एक योगी थे और उन्हें प्रकृति की सुंदरता के बीच ध्यान में बैठना बहुत ही पसंद था। हरा रंग पहनने से भी महादेव प्रसन्न होते हैं। इसलिए महिलाएं सावन के महीने में हरा रंग पहनती हैं।
3-लाल रंग की तरह हरे रंग का भी बहुत महत्व होता है। सावन के पावन महीने में औरतें हरे रंग की चुड़ियां पहनती हैं। माना जाता है कि सावन में हरी चुड़ियां पहनने से शिव जी का आशीर्वाद मिलता है और पति की आयु लंबी होती है।
4-काले रंग के बारे में बताया जाता है कि शिव जी की अराधना करते समय कभी इस रंग को न पहनें। यह रंग देखते ही भोले नाथ क्रोधित हो जाते हैं।