अर्थ डे के अवसर पर दीया मिर्जा (Dia Mirza) ने पर्यावरण में हो रहे बदलाव के बारे में बात की है। उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति की रक्षा के लिए आंदोलनों में शामिल होना चाहिए और उन कानूनों की मांग करनी चाहिए जो जरूरी बदलावों को सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने कहा,’हमें प्रकृति/वन्यजीवों की रक्षा के लिए आंदोलनों में शामिल होना चाहिए और उन कानूनों की मांग करनी चाहिए जो जरूरी बदलावों को सुनिश्चित करेंगे। हमें और दुनिया के हर एक नागरिक को पहले जैसी स्थिति बहाल करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। जब राजनीतिक, व्यापारिक और पर्यावरणीय नेता सभी लोगों के साथ मिलकर पृथ्वी की रक्षा के लिए जुड़ेंगे तभी एक बेहतर दुनिया अस्तित्व में आएगी।’
वह कहती हैं कि महामारी ने हमें बहुत कुछ सिखाया है कि हम पर्यावरण के साथ कैसे जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा,’कोविड महामारी ने हमें स्पष्ट रूप से समझा दिया है कि हमें अपने जीने, उत्पादन, निर्माण और उपभोग के तरीकों में बदलाव करना होगा। आज हर एक इंसान का स्वास्थ्य और हमारा सामूहिक सामंजस्य अधर में लटका हुआ है और प्रकृति मां के साथ से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।’
जागरूकता फैलाने की जरूरत पर दीया ने जोर देते हुए कहा, ‘हमें आवश्यकता है सभी संभावित स्तरों पर पर्यावरण साक्षरता का प्रसार करने की क्योंकि इस बार पृथ्वी दिवस का विषय एक स्पष्ट पुकार है प्राकृतिक दुनिया के संतुलन को बहाल करने की जिस पर सभी का जीवन निर्भर है।’