मऊ जिले के गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक धनंजय का कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस मूलरूप से जौनपुर के वनसफा सिकरा निवासी धनंजय की संपत्तियों का ब्यौरा खंगाल रही है। पुलिस उपायुक्त पूर्वी संजीव सुमन ने बताया कि आरोपी पर इनाम की राशि बढ़ाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने अवैध ढंग से करोड़ों की संपत्तियां अर्जित की हैं।
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उन्होंने बताया कि अजीत हत्याकांड में फरार अपराधी धनंजय के चार ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह नही मिल पाया है, वह फरार चल रहा है। उसके खिलाफ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है और साथ ही साथ फरार अपराधी धनंजय सिंह की जितनी भी अवैध संपत्तियां हैं, उसके बारे में पुलिस पता कर रही है। गौरतलब है कि गत छह जनवरी की रात विभूतिखंड क्षेत्र में कठौता चौराहे के पास मऊ जिले के गोहना के पूर्व प्रमुख अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं। अजीत सिंह एक कुख्यात अपराधी था और उसके ऊपर 17 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था।
धनंजय ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज कर संसद में जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।