Lathmar Holi

रंगोत्सव 2024: हुरियारों पर बरसीं प्रेम रस से भीगीं लाठियां

194 0

बरसाना, मथुरा। राधा रानी की नगरी बरसाने में विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली (Lathmar Holi ) रसिया गायन के साथ के शुरू हुई। 16 श्रृंगार से होली के लिए सुसज्जित बरसाने की हुरियारिनों ने सोमवार शाम नंदगांव के हुरियारों पर प्रेम रस से भीगीं तड़ातड़ लाठियां बरसाईं तो माहौल देखने लायक था। रंगों से सराबोर आसमान और ढालों की ओट में हुरियारे प्रेम पगी लाठियों से बचते देख, ऐसा लगा जैसे रंगीली गली में द्वापर युग लीला सजीव हो उठी हो। शाम करीब 5:30 बजे लट्ठमार होली खेली गई। नंदगांव के हुरियारों पर बरसाने की हुरियारिनों ने लाठियां बरसाई, जिन्हें देखने के लिए लाखों की तादाद में लोग उमड़ पड़े। आलम यह था कि छतों से लेकर सड़कों तक पैर रखने की जगह नहीं थी। योगी सरकार में आयोजित हुए रंगोत्सव 2024 में चहुंओर रंग से नहाए लोग ही नजर आ रहे थे।

दरसन दै निकरि अटा में ते, दरसन दै… गाते हुए हुरियारों ने ध्वजा को किशोरी जी के पास रख दिया। मंदिर परिसर में दोनों गांवों के गोस्वामियों ने समाज गायन में एक- दूसरे पर प्रेम भरे कटाक्ष किए। इसके बाद हुरिया रंगीली गली में पहुंचे तो, हुरियारिनें रंगेश्वर महादेव मंदिर और घरों के दरवाजे पर घूंघट की ओट में टोल बना कर खड़ी मिलीं। उन्हें देख हुरियारों ने पंचम वेद के पदों का गायन किया तो हुरियारिनों ने भी रसियों से जवाब दिया। सवा पांच बजे एक हुरियारिन ने हुरियारों को खदेड़ने के लिए लाठी मारी, जिसे बड़ी कुशलता से ढाल पर रोक लिया। श्री लाडली जी मंदिर से लेकर रंगीली गली तक राधा- कृष्ण के जयकारे गूंजते रहे। भक्ति और प्रेम के रंग में रंगने के लिए श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ उमड़ी कि मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।

रंगोत्सव 2024: हुरियारों पर बरसीं प्रेम रस से भीगीं लाठियां

हुरियारिनें सुबह से परंपरागत लहंगा- चुनरी पहनकर तैयारियों में जुटी रहीं। दोपहर करीब दो बजे कान्हा की प्रतीक ध्वजा लिए नंदगांव से हुरियारों के टोली आना शुरू हो गई। प्रिया कुंड पर बरसाना के गोस्वामी समाज के मुखिया के नेतृत्व में स्वागत किया गया और भांग की ठंडाई में केवड़ा, गुलाब जल और मेवा घोल कर हुरियारों को पिलाया। यहां हुरियारों ने अपने- अपने सिर पर पाग बांधी। जो बच्चे पहली बार होली खेलने आए, उनके पिता, दादा जब पाग बांध रहे थे तो लग रहा था जैसे अगली पीढ़ी को होली खेलने के लिए उत्तराधिकार दिया जा रहा हो। पाग बांध हुरियारे लाडली जी मंदिर पहुंचे।

रंगोत्सव 2024: हुरियारों पर बरसीं प्रेम रस से भीगीं लाठियां

बरसाना में करीब एक हजार हुरियारिनें हाथ में लट्ठ लेकर मैदान में पहुंच गईं। नंदगांव से भी इतने ही ग्वाले आए। बरसाना की गलियों में हुरियारिनें जिधर घूमती, खलबली सी मच जातीं। पता नहीं कब किस पर लाठी बरसने लगे। बरसाना निवासी सुधा शर्मा कहती हैं कि वे तो राधा रानी की सखी हैं। उनके मन में नंदगांव के हुरियारों के प्रति प्यार उमड़ता है। लट्ठ नहीं ये तो प्यार से पगी लाठी है जो वार तो करती है, मगर दर्द नहीं। वहीं रंगीली गली की रानी खुशी से सराबोर थीं। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा उल्लास और खुशी का मौका और कोई हो ही नहीं सकता। ब्रज की इस अनोखी होली को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग पहुंचे।

हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा

योगी सरकार द्वारा बरसाने में हुरियारों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। छतों से अबीर- गुलाल और रंग बरसा। श्री लाडली जी मंदिर में 10 क्विंटल से ज्यादा रंग- गुलाल उड़ाया गया। हर ओर उत्सव सा माहौल रहा। बरसाने में इतनी भीड़ थी कि पैर रखने तक की जगह नहीं थी। देश- विदेश के करीब 10 लाख श्रद्धालु विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली (Lathmar Holi ) के साक्षी बने। इस मौके पर उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।

Related Post

CM Yogi

बिना देरी निकालें जनता की समस्याओं का समाधान: सीएम योगी

Posted by - November 14, 2023 0
गोरखपुर। गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी लोगों से मुलाकात…
CS Upadhyay

संविधान के अनुच्छेद 348 में संशोधन नहीं तो दिल्ली कूच करेंगे दो करोड़ लोग: चंद्रशेखर उपाध्याय

Posted by - November 24, 2023 0
लखनऊ/ देहरादून।  भारतीय संविधान के अनुच्छेद 348 में संशोधन के लिए चल रहे अभियान ‘हिन्दी से न्याय’ (Hindi se Nyay)…
PM Modi

मां सरस्वती का दुग्धाभिषेक कर पीएम ने ‘निर्मल-अविरल जलधारा’ के संकल्प को किया साकार

Posted by - December 13, 2024 0
महाकुम्भनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज में संगम तट पर पूजन-अर्चन तथा अक्षय वट, बड़े…
A great confluence of faith in Maha Kumbh

पहले स्नान पर्व पर आस्था का समागम, हर हर गंगे के जयकारों के बीच महाकुम्भ में श्रद्धा का महासंगम

Posted by - January 13, 2025 0
महाकुम्भनगर। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिला। महाकुम्भ (Maha Kumbh)…