नई दिल्ली। एंटीलिया मामले और मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के पत्र के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल जारी है। सोमवार को शरद पवार की प्रेसवार्ता के बाद आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इस मुद्दे पर अपना मत रखा। उन्होंने शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि एनसीपी ने उन्हें सही जानकारी नहीं दी, इसलिए शरद पवार का बचाव करना कई सवाल खड़े करता है।
- देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार के दावों को बताया गलत
- आज शाम को दिल्ली जाकर सीबीआई जांच की करेंगे मांग
- राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग का रैकेट चल रहा है
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर जो आरोप लगाए हैं, वो बेहद गंभीर हैं। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 15-27 फरवरी अनिल देशमुख क्वारंटीन में नहीं थे, बल्कि वो अधिकारियों और बाकी लोगों से मुलाकात कर रहे थे।
As per police records of VIP movement, Anil Deshmukh went to Sahyadri Guest House on Feb 17 & Mantralaya on Feb 24. He was in home quarantine from Feb 15-27 but met officers, wasn't in isolation. I feel Pawar Sahab wasn't briefed properly y'day: Maharashtra LoP Devendra Fadnavis pic.twitter.com/gX6TmuO6pZ
— ANI (@ANI) March 23, 2021
देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) ने कहा कि एंटीलिया मामले में कई बातें सामने आई हैं, जो हैरान कर देने वाली हैं। देवेंद्र फडणवीस ने दावा करते हुए कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, अनिल देशमुख 17 फरवरी को सहयाद्री गेस्ट हाउस में थे और 24 फरवरी को वो अपने घर से मंत्रालय पहुंचे थे।
गृह सचिव से करेंगे मुलाकात
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि उनके पास एक चिट्ठी है, जिसे लेकर शाम को वो दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि वो इस मामले में गृह सचिव से सीबीआई से जांच कराने की मांग करेंगे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर लगाया आरोप
इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) ने कहा कि राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग का एक रैकेट चल रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री रहने पर ऐसी खबरें सामने आई थीं और हमारी सरकार ने इसका सख्ती से निपटारा किया था। फडणवीस ने दावा किया कि उनके पास फोन कॉल रिकॉर्डिंग है, जो साफ करता है कि इससे जुड़ी कई जानकारियां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास पहले से थीं।
बता दें कि सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अनिल देशमुख के बचाव में प्रेसवार्ता की थी और जानकारी दी थी कि 5-15 फरवरी वो कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे और उसके बाद 15-27 फरवरी तक क्वारंटीन थे। लेकिन बाद में भाजपा ने वीडियो और डॉक्यूमेंट जारी कर इन दावों को गलत करार कर दिया था।