कोरोना संकट से जूझ रहे भारत में 21 जून से मुफ्त टीकाकरण की शुरुआत हो रही है, पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका ऐलान 7 जून को ही कर दिया था। टीकाकरण के इस नए चरण में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगेगा, खास बात ये कि कोविन एप पर पंजीकरण की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इस फैसले के बाद अब राज्यों को टीका नहीं खरीदना पड़ेगा, केंद्र सरकार सारे टीके उपलब्ध करवाएगी वही इसका पूरा खर्च उठाएगी।
टीके के लिए आपको अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाना होगा वहां अपना नाम रजिस्टर करवाना होगा, वहां से दी गई तारीख पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। देश में बड़े स्तर पर टीकाकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कैंप लगाए जा रहे हैं, अपने प्रतिनिधियों से कहकर टीकाकरण करवाया जा सकता है।
सरकारी केंद्रों पर जहां लोगों को मुफ्त में टीका लगेगा। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल कोरोना टीके की निर्धारित कीमत के बाद एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा। केंद्र सरकार राज्यों की जनसंख्या, संक्रमितों की संख्या और टीकाकरण की रफ्तार के हिसाब से वैक्सीन देगी।
दरअसल केंद्र सरकार ने इस साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है। क्योंकि इस वर्ग का एक बड़ी संख्या में आबादी हैं जिन्हें इस महामारी से सरकार को बचाना हैं।
बता दें कि भारत में इस साल 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। सबसे पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्करों व 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके लगाए गए थे। इसके बाद एक मई से टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ था। इसमें केंद्र ने 50 फीसदी टीके खरीदे व बचे हुए राज्यों व निजी अस्पतालों ने सीधे खरीदे।