प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रमुख सचिव आरके सुधांशु नंदप्रयाग-घाट सड़क चौड़ीकरण की मांग का विरोध पूर्व से ही करते आ रहे हैं। वह सड़क पर 3 हजार गाड़ियां प्रतिदिन न चलने का हवाला देते हुए सरकार को मुद्दे से भटकाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस मानक के अनुसार दिवालीखाल-भराड़ीसैण मोटरमार्ग को डबल लेन बनाया जा रहा है, उसी मानक के अनुसार नंदप्रयाग-घाट सड़क को भी डेढ़ लेन चौड़ा बनाया जाए।
बता दें कि, नंदप्रयाग-घाट मोटरमार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को 109 दिन बीत चुके हैं. 73 दिन से भूख हड़ताल भी जारी है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि मांग को लेकर शिष्टमंडल द्वारा 3 दौर की वार्ता मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से हो चुकी है लेकिन उनका कहना है कि सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु उक्त सड़क को डेढ़ लेन के मानकों में नहीं आने की बात कह रहे हैं। इस कारण यह सड़क डेढ़ लेन चौड़ीकरण नहीं हो सकती। प्रदर्शनकारियों ने राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, लोकसभा सांसद अजय भट्ट से भी मुलाकात की है। दोनों सांसदों से इस मुद्दे को हल करने की गुजारिश की है।