नई दिल्ली। देश में बढ़ती आबादी और घटते संसाधन के मद्देनजर प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग शुक्रवार को राज्यसभा में उठी। बीजेपी के हरनाथ सिंह यादव ने शून्यकाल के दौरान सदन में यह मांग करते हुये कहा कि जनसंख्या विस्फोट के कारण संसाधनों पर दबाव बढ़ा है, जिसके कारण न सिर्फ बेराेजगारी बढ़ी है, बल्कि हर स्थान पर भीड़ ही भीड़ दिखती है।
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वर्ष 2025 तक इसके बढ़कर 150 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान
हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि वर्ष 1951 में देश की आबादी 10 करोड़ 38 लाख थी जो वर्ष 2011 में बढ़कर 121 करोड़ के पार पहुंच गई और वर्ष 2025 तक इसके बढ़कर 150 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या गुणांक में बढ़ती है जबकि संसाधनों में बहुत कम बढोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए जो ‘ हम दो हमारे दो’ पर आधारित हो और इसका पालन नहीं करने वालों को हर तरह की सुविधाओं से न सिर्फ वंचित किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें किसी भी प्रकार के चुनाव लड़ने से भी रोका जाना चाहिए।
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जब आबादी 150 करोड़ के पार पहुंच जायेगी तब पीने का पानी मिलेगा ही नहीं
श्री यादव ने कहा कि वर्तमान में ही सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना संभव नहीं हो रहा है जबकि जब आबादी 150 करोड़ के पार पहुंच जायेगी तब पीने का पानी मिलेगा ही नहीं है। इसके साथ ही अधिक आबादी के कारण बेरोजगारी भी अधिक है और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए संसाधन भी उपलब्ध नहीं होंगे।