नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण (Covid-19 India) की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। देश में आज पहली बार एक दिन में 3 लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में संक्रमण के नए मामलों की यह संख्या सिर्फ 17 दिनों में 1 लाख से 3 लाख को पार कर गई। नए मामलों के साथ एक्टिव केस की संख्या भी करीब 23 लाख हो चुकी है, जिससे देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव बन रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) ने गुरुवार को अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। कई जगह अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
- ऑक्सीजन की किल्लत पर बोले अरविंद केजरीवाल
- केंद्र ने कोटा बढ़ाया है, लेकिन और भी जरूरत: CM
दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है और हर जगह हाहाकार मचा है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) ने गुरुवार को अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। कई जगह अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) ने कहा कि दिल्ली को हर रोज 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है, केंद्र की ओर से पहले 380 टन ऑक्सीजन दिया जा रहा था, जिसे बढ़ाकर 480 टन किया गया है। दिल्ली की सारी ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से ही आती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि हमें किस राज्य से ऑक्सीजन मिलेगी, कौन-सी कंपनी देगी ये केंद्र सरकार तय करती है जिन राज्यों से दिल्ली को ऑक्सीजन मिल रही है, वहां की राज्य सरकारें कंपनियों को रोक रही हैं। पिछले दो दिनों में केंद्र सरकार और दिल्ली हाईकोर्ट ने हमारी बहुत मदद की है।
आपस में ना लड़ें राज्य, एक होकर बीमारी से लड़ें: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal)बोले कि जीटीबी अस्पताल में आने वाला ऑक्सीजन का ट्रक एक राज्य में रुक गया था, तब एक केंद्रीय मंत्री से बात करवाई और फिर ऑक्सीजन दिल्ली पहुंच पाई जो कोटा हमें दिया गया है, उसमें ओडिशा से ऑक्सीजन आ रही है। हमारी कोशिश है कि हवाई मार्ग से ऑक्सीजन आ सके।
दिल्ली सीएम ने कहा कि ये बहुत बड़ी आपदा है और अगर हम राज्यों में बंट गए, तो ये देश नहीं बच पाएगा। हमें लोगों को बचाना है तो एक होकर लड़ना पड़ेगा। हमें आपस में लड़ना नहीं है, बल्कि एक होकर लड़ना होगा।
Delhi is facing Oxygen crisis for past few days. Centre fixes Oxygen quota for all states. As per Delhi govt's estimate, the UT needs 700 tons/day, Centre had fixed it to 378 tons earlier & increased it to 480 tons y'day. We need more but we're thankful to them for this: Delhi CM pic.twitter.com/Wdg6Gbti5S
— ANI (@ANI) April 22, 2021
राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्य मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि कोविड-19 के गंभीर रोगियों का इलाज कर रहे दिल्ली के उन अस्पतालों को फौरन किसी भी तरीके से ऑक्सीजन मुहैया कराई जाए जो इसकी कमी से जूझ रहे हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश और असम के बाद मध्य प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ ने भी 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाने की घोषणा की है। देश में अब तक 13.2 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
अस्पतालों में ऑक्सीजन की स्थिति सामान्य नहीं- सत्येंद्र जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर बताया, “अलग-अलग अस्पतालों में अलग स्थिति है। कहीं पर 6 घंटे, कहीं 8 घंटे और कहीं 10 घंटे का ऑक्सीजन बचा हुआ है। हम इसे सामान्य स्थिति नहीं कह सकते हैं।”