नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने रविवार को विधानसभा में उत्तर प्रदेश के किसानों से मुलाकात की। सीएम अरविंद केजरीवाल यूपी के किसानों के साथ बैठक भी कर रहे है। इस बैठक में कृषि कानूनों और किसानों से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा किए जाने की बात सामने आ रही है। इससे पहले बैठक में हिस्सा लेने के लिए किसान नेता विधानसभा पहुंचे।
Delhi: CM Arvind Kejriwal arrives at the Vidhan Sabha, to hold a meeting with farmer leaders from Uttar Pradesh pic.twitter.com/JgFmHLMxOQ
— ANI (@ANI) February 21, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के सवाल पर किसान नेता राकेश टिकैत बताया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि किसानों को केजरीवाल ने चर्चा के लिए बुलाया है। उनका कहना है कि जो भी फैसला होगा, वो संयुक्त किसान मोर्चा करेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि समर्थन के नाम पर यहां राजनीतिक पार्टियां आकर सूखा समर्थन दे रही है। कोई पार्टी का नेता यहां आकर अपना टेंट लगाकर नहीं बैठा है।
Delhi: Meeting between CM Arvind Kejriwal and farmer leaders from Uttar Pradesh underway at Vidhan Sabha pic.twitter.com/JnJUBf5npc
— ANI (@ANI) February 21, 2021
गाजीपुर बॉर्डर निकाला जा रहा है गन्ने का जूस
गाजीपुर बॉर्डर पर 25 साल पुराना गन्ने का कोल्हू लाया गया है जिसका उद्घाटन राकेश टिकैत ने किया। इसी से गन्ने का जूस निकाला जा रहा है। खुद राकेश टिकैत ने इस कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला। बताया जा रहा है कि 25 साल पहले लाल किले पर इसी कोल्हू को बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने स्थापित किया था. जहां किसानों के आंदोलन की विजय हुई थी। किसानों के लिए इस कोल्हू का काफी महत्व है।
महाराष्ट्र में कोरोना के कारण किसानों को सभा की अनुमति नहीं
किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण महाराष्ट्र में कई इलाकों में पाबंदियां लागू की गई हैं। कई स्थानों पर धारा 144 लागू की गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए किसान संगठनों को सभा करने की अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक बंदिशों के कारण वे महाराष्ट्र में सभा नहीं कर सकते हैं।
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दरअसल, चंडीगढ़ में भारतीय किसान यूनियन की पहली महापंचायत का आयोजन किया गया था। जिसमें भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, पंजाब किसान यूनियन मानसा रुलदू सिंह मानसा और बीकेयू उग्रहं के अध्यक्ष जोगिंदर उगरहां भी मौजूद रहे।
‘दिल्ली पुलिस के पास कोई ना जाए’
चढूनी ने कहा कि चडीगढ़ में पढ़े लिखे लोगों को समझ आ चुका है कि मामला क्या है ? पूरे देश पर कॉर्पोरेटर घरानों ने कब्जा कर लिया है. पॉलिसी आ चुकी है, 400 से 500 एकड़ पर कंपनियां खेती करेगी. किसान खेती नहीं करेगा। चढूनी ने आरोप लगाया कि एमएसपी का पहले से 4 लाख करोड़ कम मिल रहा है।
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दिल्ली पुलिस की ओर से 1700 लोगों को नोटिस दिए गए हैं, किसी को भी दिल्ली पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है और ना ही उनके पास जाने की जरूरत है। इसके आगे चढूनी ने कहा कि अब अंबानी और अडानी के बाद रामदेव भी मोदी जी के दोस्त बन गए हैं, इसलिए अब उनका सामान भी ना खरीदा जाए।