लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र (UP Budget Session 2021) में विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट भाषण दिया तो विधानसभा में विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला।
विधान भवन में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के साथ बसपा के विधायक दल के नेता लालजी वर्मा तथा कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना’ ने आरोप लगाया कि राज्यपाल तो 18 फरवरी को बजट सत्र की शुरुआत में अभिभाषण पढऩा ही नहीं चाहती थीं। इसके साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandi ben Patel) के साढ़े सात मिनट विलंब से अभिभाषण पढऩे पर भी सवाल उठाया।
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राज्यपाल अभिभाषण में विलंब क्यों हुआ
नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि शायद राज्यपाल (Anandi ben Patel) का अभिभाषण पढऩे का मन नही था। इसी कारण अभिभाषण उन्होंने साढ़े सात मिनट की देरी से शुरू किया। अभिभाषण तो बजट तय समय से लेट नहीं होना चाहिए। इस दौरान राज्यपाल (Anandi ben Patel) नियत समय से साढ़े सात मिनट देर पहुंचीं।
नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि आनंदी बेन पटेल (Anandi ben Patel) गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इसके साथ ही वह मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं। उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम करने का मौका मिला है। ऐसे में उनके अभिभाषण में विलंब क्यों हुआ।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandi Ben patel) का अभिभाषण पढऩे का नहीं था मन
बहुजन समाज पार्टी के विधायक दल के नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री लालजी वर्मा ने भी कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandi ben Patel) का अभिभाषण पढऩे का मन नहीं था। इसी कारण राज्यपाल सात मिनट लेट हो गईं।
लालजी वर्मा ने कहा कि कोरोना काल में हमारे मजदूरों को पैदल चलना पड़ा। इतना हीं नहीं आंदोलन कर रहे किसान को लाठी मारी गई है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। यहां पर गन्ना का मूल्य चार वर्ष से नहीं बढ़ाया गया है।
राज्यपाल का अभिभाषण साढ़े सात मिनट लेट होना दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण के लिए साढ़े सात मिनट लेट होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा लगता है कि राज्यपाल अभिभाषण पढऩा नहीं चाहती थीं।
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अराधना मिश्रा ने कहा कि सरकार कह रही है कि आवारा पशुओं का बड़े पैमाने पर रखरखाव किया जा रहा है। सड़कों पर आवारा पशु टहलते रहते हैं। उन्होंने सदन में आवारा पशुओं की चर्चा की। गोशाला में गोवंश मर रहे है। यह सरकार का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा। प्रदेश में खाद की बोरी में पांच किलो यूरिया कम कर दिया गया है। सरकार ने किसानों का हित नहीं किया है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं प्रति अपराध बढ़ा है। प्रदेश में 92.4 प्रतिशत आंकड़े प्रदेश में लंबित है। इसमें प्रदेश की महिलाएं न्याय के इंतजार में है। कोरोना में मजदूर सड़क पर पैदल चला। युवाओं को रोजगार नहीं मिला। अभी तक तो निवेश भी कहीं नहीं दिख रहा है।