19 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बुधवार को हुई बैठक में घमासान मच गया। राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई सांसद बीच में ही मीटिंग छोड़कर बाहर निकल गए। कांग्रेस सांसद पिछले साल लद्दाख के डोकलाम में हुई घटना को लेकर चर्चा करना चाहते थे, जबकि कमेटी के चेयरमैन इसके पक्ष में नहीं थे। इसके विरोध में कांग्रेसी नेताओं ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।
हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि चीन डोकलाम के आसपास के इलाकों में खुद को मजबूत कर रहा है। ऐसे में कांग्रेस चाहती थी कि डिफेंस कमेटी की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की जाए, लेकिन चेयरमैन ने उसे मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद राहुल समेत तमाम कांग्रेस सांसद उठकर चले गए।
पिछले साल दिसंबर में भी डिफेंस कमेटी की बैठक से राहुल उठकर चले गए थे। उस दौरान सीडीएस बिपिन रावत सभी सदस्यों को सैन्य बलों के यूनिफॉर्म की जानकारी दे रहे थे, तभी राहुल ने उन्हें टोकते हुए चीन का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने पूछा कि लद्दाख में भारत की तैयारी क्या है? इस पर चेयरमैन जुएल ओराम ने उन्हें टोक दिया। जिससे नाराज राहुल बैठकर छोड़कर चले गए थे। उन्होंने बाद में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लेटर लिखकर इसकी शिकायत की थी और कहा था कि हमें मीटिंग में बोलने नहीं दिया जा रहा है।
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कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में विपक्ष के नेता बने रह सकते हैं। उन्हें हटाने की अटकलों के बीच पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि उनके इस पद पर बने रहने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा में उनके पद में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस सत्र में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने रहेंगे। इससे पहले अफवाहें थीं कि कांग्रेस चौधरी की जगह किसी और को दे सकती है।