नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 10,423 नए केस सामने आए है। जिससे कोरोना के कुल मामलों की संख्या 3,42,96,237 हो गई है। वहीं कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1,53,776 है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 443 लोगों की मौत हुई। अब तक कुल 4,58,880 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 15,021 लोग ठीक भी हुए है। अब तक कोरोना से कुल 3,3 6,83,581 लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 52,39,444 वैक्सीनेशन हुआ। अब तक कुल 1,06,85,71,879 वैक्सीनेशन हो चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मरीज अब घटकर 1.53 लाख रह गए हैं। जो कि 250 दिन बाद आए सबसे कम एक्टिव केस है। देश के लिए यह राहत की बात है कि कोरोना सक्रिय मामलों में लगातार कमी होती जा रही है। वहीं मंत्रालय ने जानकारी दी कि कोरोना से अब तक ठीक होने वालों की संख्या 3,36,83,581 हो गई है।
एक तरफ जहां भारत के कई राज्यों में कोरोना मामलों में कमी आई है वहीं केरल ऐसा राज्य है जहां से कोरोना के मामले सबसे अधिक दर्ज हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, केरल में 1 नवंबर को 5,297 नए मामले सामने आए जिसमें 78 लोगों की मौतें हो गई। वहीं केरल के अलावा बंगाल और असम में भी संक्रमितों के मामले बढ़ने लगे हैं। दोनों ही राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर में वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि ये बढ़त ऐसे समय में हुई है जब त्योहार के कारण राज्यों में कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार धीमी है।
78 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर कहा कि भारत में कोविड-19 टीकाकरण के लिए योग्य आबादी के 78 प्रतिशत हिस्से को टीके की पहली खुराक, जबकि 38 प्रतिशत को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। उन्होंने इसे एक असाधारण उपलब्धि बताते हुए कहा कि भारत वायरस को शिकस्त देने के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड टीकों की अब तक 106.31 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
6 जनवरी से शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान
वहीं मंत्रालय ने बताया कि देश भर में अब तक 1,06,85,71,879 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। बता दें कि टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था। वहीं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था।