बर्मिंघम। जूडो (Judo) के 48 किलोग्राम फाइनल में भारत की सुशीला देवी लिकमाबाम (Sushila Devi) को हार का सामना करना पड़ा है और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा, फाइनल में सुशीला का सामना साउथ अफ्रीका की मिचेला व्हाइटबोई से था, जिन्होंने गोल्ड पर कब्जा जमाया। दोनों खिलाड़ियों के बीच मुकाबला 4 मिनट 25 सेकेंड तक चला।
मुकाबले के दौरान दोनों खिलाड़ियों को पेनल्टी के तौर पर 2-2 अंक मिले। जिसके बाद गोल्डन अंक के जरिए फैसला हुआ। साउथ अफ्रीका की मिचेला व्हाइटबोई ने वजा-आरी स्कोरिंग के तहत 1 अंक लेकर गोल्ड मेडल जीत लिया।
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सुशीला ने सेमीफाइनल में मॉरिशस की प्रिसिल्ला मोरांद को इपपोन से हराया था। उससे पहले सुशीला ने क्वार्टर फाइनल में मालावी की हैरियट बोनफेस को हराया था।
27 साल की जुडोका सुशीला देवी इससे पहले भी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीत चुकी थीं, वह 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में इस इवेंट में भारत के लिए रजत पदक जीतने में कामयाब रही थीं। इसके साथ ही सुशीला देवी कॉमनवेल्थ गेम्स के जूडो इवेंट में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई थीं।