जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर शहर के मंडलनाथ चौराहे के आगे पालड़ी खींचियां स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के प्रशिक्षण केंद्र में रविवार रात को एक जवान ने अपने परिवार के साथ अपने घर में खुद को बंद कर हवा में आठ राउंड फायरिंग की थी, उसी ने करीब 17.30 घंटे खुद गोली मारकर आत्महत्या कर ली। CRPF कॉन्स्टेबल नरेश जाट ने सोमवार सुबह करीब 11.30 खुद को गोली मार ली जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना से सीआरपीएफ और पुलिस-प्रशासन समेत सभी लोग दंग रह गए।
नरेश जाट जोधपुर के कड़वड़ थाना इलाके में स्थित सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थापित था। रविवार को छुट्टी को लेकर सीआरपीएफ जवान (CRPF constable) की अधिकारियों से बहस हुई थी। इस बात से नाराज होकर उसने एक जवान का हाथ भी काट दिया था और मानसिक रूप से परेशान हो गया। शाम पांच बजे जवान ने सीआरपीएफ परिसर स्थित अपने आवास में खुद को परिवार सहित यानी पत्नी और बेटी के साथ बंधक बना लिया। बाद में उसने क्वार्टर की बालकनी में आकर आठ फायरिंग कर दी थी। इससे सीआरपीएफ कैंपस गूंज उठा।
घटना की जानकारी मिलने पर सीआरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उसे समझाने का प्रयास किया लेकिन उसने न तो अपने क्वार्टर का दरवाजा खोला और न ही किसी की बात सुनी। सोमवार सुबह तक उसे समझाने के प्रयास चलता रहा लेकिन वह नहीं माना। बताया जा रहा है कि सोमवार को सुबह उसने सीआरपीएफ के आईजी के समक्ष सरेंडर की शर्त रखी थी। इस पर सीआरपीएफ के आईजी विक्रम सहगल जयपुर से जोधपुर पहुंचे।
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आईजी से बात करने के बाद कॉन्स्टेबल नरेश जाट ने सुबह करीब 11.30 बजे अपनी ठुड्डी के नीचे बंदूक रखकर गोली दाग दी, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई। नरेश की पत्नी और बच्चा सुरक्षित है। घटना के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। जोधपुर डीसीपी डॉ. अमृता दोहन के मुताबिक वह सीआरपीएफ प्रशासन से किसी कारणवश परेशान बताया जा रहा था। नरेश जाट राजस्थान के पाली जिले का रहने वाला था। नरेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आत्महत्या की वजह का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।