लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) और केरल (Kerala) से हवाई मार्ग से आने वाले यात्रियों की प्रदेश के हवाई अड्डों (Airports) पर कोरोना वायरस (Coronavirus) की रैपिड एंटीजेन जांच (Rapid antigen test) कराए जाने का निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी एक आदेश में यह कहा गया है। आदेश में कहा गया कि कोविड-19 के लक्षण होने पर आरटी-पीसीआर जांच की जाए। परीक्षण में संक्रमण की पुष्टि होने पर व्यक्ति को अनिवार्य रूप से पृथकवास (Quarantine) में रखा जाए।
UP रोडवेज प्रबंधन की बड़ी पहल, महिला सशक्तीकरण के तहत 17 महिलाएं चलाएंगी पिंक बसें
COVID-19 in UP उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र तथा केरल से आने वाले हर विमान यात्री का अब एयरपोर्ट पर ही कोरोना वायरस संक्रमण का टेस्ट होगा। बीते वर्ष विदेश से आगरा में आए लोगों के कारण ही कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार भयावाह होता चला गया।
COVID-19 CM योगी आदित्यनाथ ने फिर से कसी कमर
उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र तथा केरल से आने वाले हर विमान यात्री का अब एयरपोर्ट पर ही कोरोना वायरस संक्रमण का टेस्ट होगा। बीते वर्ष विदेश से आगरा में आए लोगों के कारण ही कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार भयावाह होता चला गया। देश में एक बार फिर से कोरोना वायरण संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिर से कमर कस ली है। टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब महाराष्ट्र व केरल से आने वाले हर विमान यात्रियों को कोरोना वायरस संक्रमण का टेस्ट एयरपोर्ट पर ही करवाना अनिवार्य होगा। एयरपोर्ट पर यात्रियों का एंटीजेन टेस्ट किया जाएगा।
एयरपोर्ट पर होगा एंटीजन टेस्ट
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि महाराष्ट्र और केरल से आने वाले सभी लोगों का एयरपोर्ट पर एंटीजन टेस्ट होगा। इसके बाद जो लोग पॉजिटिव पाए जाएंगे, उन्हेंं होम ऑइसोलेशन में रखा जाएगा। इसके बाद उन सभी का फिर से सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर जांच होगी। आरटी-पीसीआर टेस्ट में निगेटिव होने पर इन सभी को एक हफ्ते के लिए घर में क्वारंटीन रहना रहना होगा। उत्तर प्रदेश में ट्रेन तथा बस से आने वालों की रैंडम चेकिंग की जा रही है।
1 लाख 25 हजार से ज्यादा जांच प्रतिदिन करने का आदेश
इससे पहले, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 परीक्षण पर ध्यान केंद्रित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की शृंखला तोड़ने में परीक्षण कार्य की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। इसे ध्यान में रखकर अधिक से अधिक परीक्षण किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में प्रतिदिन 1 लाख 25 हजार से कम परीक्षण न हों।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। इसके बावजूद कोरोना से बचाव तथा उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। उन्होंने कई राज्यों में कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुये अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आमजन को मास्क के अनिवार्य उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की सम्पूर्ण जानकारी दें।