मंगलवार को कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने राज्यसभा में ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को लेकर सवाल किया था। इस पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए प्रवीण पवार ने बताया था कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण देश में किसी की मौत नहीं हुई। इस पर वेणुगोपाल ने कहा कि वह मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस लाएंगे क्योंकि उन्होंने सदन को ‘गुमराह’ किया है।
उन्होंने यह भी बताया ‘‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी।महामारी की पहली लहर के दौरान, ऑक्सीजन की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई थी।
वेणुगोपाल ने कहा कि सभी ने देखा है कि राष्ट्रीय राजधानी सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कैसे लोगों की मौत हुई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”दरअसल, मंत्री ने सदन को गुमराह किया और मैं निश्चित रूप से मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा क्योंकि मंत्री ने गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया।”
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जहां राहुल ने कहा कि सिर्फ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है। वहीं, चिदंबरम ने लिखा, “सरकार ने हर त्रासदी का सामना करने में धोखा और धमकी देने की कला में महारत हासिल कर ली है। पहले वैक्सीन की कोई कमी नहीं थी। अब कल ही मध्य प्रदेश के धार में वैक्सीन खत्म हो गई। यही कहानी सभी टीकाकरण केंद्रों की हैं। अब कह रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। एक अंधी और बहरी सरकार सच देख और सुन नहीं पाएगी।”