आणंद । ब्रांड अमूल का स्वामित्व रखने वाली सहकारी संस्था गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने आज लोगोंं से दूध तथा अन्य दुग्ध उत्पादों की जरूरत से ज्यादा खरीददारी कर जमा नहीं करें। फेडरेशन ने (पैनिक बाइंग) की अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संकट का दूध अथवा अन्य उत्पादों के संग्रहण अथवा उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा है। यह प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहेगा।
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फेडरेशन के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा कि कोरोना संकट का अमूल दूध के संग्रहण अथवा वितरण पर कोई असर नहीं
फेडरेशन के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि कोरोना संकट का अमूल दूध के संग्रहण अथवा वितरण पर गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बंगाल अथवा अन्य स्थानों पर कोई असर नहीं पड़ा है। दुग्ध उत्पादकों से दूध की खरीद बदस्तूर जारी है और रहेगी। सरकार ने आवश्यक जीवनोपयोगी वस्तु होने के कारण दूध के कारोबार पर किसी तरह की रोक नहीं लगायी है।
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पिछले सप्ताह तो अमूल की दुग्ध उत्पादकों से दूध की खरीद 10 से 12 प्रतिशत तक अधिक थी
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह तो अमूल की दुग्ध उत्पादकों से दूध की खरीद 10 से 12 प्रतिशत तक अधिक थी। वह लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि दूध, दही, घी, पनीर अथवा इसके अन्य उत्पादों की उपलब्धता किसी प्रकार से कम नहीं होगी।