लखनऊ। देशभर में कोरोना का खौफनाक मंजर फैला हुआ है। कोरोना ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए पूरे देश में तबाही मचा रखी है। कल जहां बुधवार को 1 लाख 15 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए थे, वहीं आज 1 लाख 26 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना के नए मामले हर दिन बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 685 मौतें दर्ज की गई हैं। इसी के चलते देश के कुछ शहरों में टोटल लॉकडाउन तो ज्यादातर जगह नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है।
नोएडा और गाजियाबाद में भी नाइट कर्फ्यू, सभी स्कूल-कालेज बंद करने का आदेश
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा अभी तक देश में 9 करोड़ से ज्यादा टीके लग चुके हैं।
यूपी में कोरोना अपने दूसरे फेज में और भी भयावह हो गया है। प्रदेश के 75 जनपदों में से 12 जनपदों में तो हालात बेकाबू हो गए हैं. संक्रमण फैलने के मामले में लखनऊ टॉप पर है। इतना ही नहीं यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। राजधानी में मरीजों की न तो समय पर जांच हो पा रही है और न ही उन्हें समय रहते अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। बता दें कि गुरुवार सुबह राजधानी में कोरोना के 317 नए मरीज मिले हैं।
प्रदेश में अप्रैल में ही कोरोना भयावह होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश में रविवार को जहां 4164 लोगों में कोरोना वायरस की चपेट में मिले, वहीं 31 मरीजों की मौत हुई थी। ऐसे ही सोमवार को 3,999 में वायरस की पुष्टि हुई और अस्पताल में 13 मरीजों की जान चली गई। मंगलवार को 5,928 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई और 30 मरीजों की मौत हो गई जबकि बुधवार को 6,023 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है और 40 की मौत हो गई।
कोविड अस्पतालों में बेड हुए फुल
इस दौरान राजधानी के पीजीआई, लोहिया, केजीएमयू के कोविड अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। आईसीयू में बेड के लिए मरीजों को वेटिंग मिल रही है। इतना ही नहीं लेवल-टू लोकबंधु अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को बेड की कमी के कारण पीजीआई, लोहिया, केजीएमयू में शिफ्ट देश-प्रदेश की 10 बड़ी खबरें किया जा पा रहा है। वहीं आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट मरीजों को 48 घण्टे के बाद भी नहीं मिल पा रही है। रिपोर्ट मिलनें में ही तीन से चार दिन लग रहे हैं। ऐसे में मरीजों की हालत गंभीर होती जा रही है।