नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी समेत प्रमुख विपक्षी दल NPR के खिलाफ हैं। पार्टी चाहती है कि इसके बदले NRU बने। NRU मतलब नेशनल रजिस्टर ऑफ अनएम्प्लॉयड है। ये रजिस्टर बेरोजगारों के लिए बनेगा, जिसमें देश भर के बेरोजगारों का पूरा ब्यौरा होगा। पार्टी ने इसके लिए मिस्ड कॉल की एक मुहिम शुरू की है। कोई भी इसका समर्थन करने के लिए 8151994411 नंबर पर मिस्ड कॉल कर सकता है।
युवा नौकरी मांग रहा है और मोदी जुमलों की टोकरी दे रहे हैं। गायब होती नौकरियों पर बोलने का साहस मोदी में नहीं है। बेरोजगारों की आँसुओं से भरी आँखों में झांकने की हिम्मत मोदी में नहीं है। मगर, देश का युवा अपने अधिकार भी मांगेगा और सत्ता से सवाल भी पूछेगा।#NaukariKiBaat pic.twitter.com/HhLwFWLBi8
— Congress (@INCIndia) January 23, 2020
बता दें कि बीते ’45 सालों में पहली बार देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार’ का नारा कांग्रेस ने दिया है। कई बेरोजगार नौजवानों के वीडियो के साथ पार्टी ने एक प्रचार अभियान शुरू किया है। #NaukariKiBaat नाम से कांग्रेस ने एक हैशटैग भी शुरू किया है। CAA, NPR और NRC के खिलाफ कांग्रेस आर-पार की लड़ाई का एलान कर चुकी है। मणिशंकर अय्यर, सलमान खुर्शीद और दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेता शाहीनबाग भी गए,जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां ये एलान किया गया है कि NPR लागू नहीं होने दिया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि बीजेपी सरकार असली मुद्दों पर बात करने को तैयार नहीं है। बस ध्यान भटकाने के लिए CAA और NPR की आग में देश को झोंका जा रहा है। कांग्रेस पार्टी NRU के जरिए पब्लिक का मूड भी जानना चाहती है। सोशल मीडिया पर NRU के समर्थन में नौजवानों के वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं।
एक आंकड़े के मुताबिक केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में करीब 7 लाख पद खाली हैं। जिनमें सबसे ज्यादा ग्रुप सी के करीब 5 लाख 75 हजार पद खाली हैं। जब चुनाव करीब आते हैं तो नौकरियां भरने का लॉलीपॉप थमा दिया जाता है। हाल ही में कुछ राज्यों के चुनाव के बाद कांग्रेस को लग रहा है कि जनता अब जरूरी मुद्दों पर बात करना चाहती है।
CMIE के आँकड़ों को देखें तो एक बात समझ आती है कि "जितनी बड़ी डिग्री, उतनी ज्यादा बेरोजगारी" और भाजपा यही चाहती है। शिक्षा पर हमले के जरिए सवाल खत्म होंगे और जब सवाल पूछने वाला कोई नहीं रहेगा, तो भाजपा अपनी नाकामियों का जश्न मना पाएगी।#NaukariKiBaat pic.twitter.com/On06L3wp9h
— Congress (@INCIndia) January 23, 2020
यूथ कांग्रेस दफ़्तर में गुरुवार को NRU लॉन्च किया। इस मौके पर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा कि देश में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। मोदी सरकार ने छह साल पहले कहा था कि हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे। इस हिसाब से 12 करोड़ नौकरियां देनी थीं लेकिन कितनी दीं, इसका कोई आंकड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले किसान आत्महत्या करते थे अब नौजवान भी आत्महत्या कर रहे हैं। इस पर कोई बात नहीं करता। गिरती जीडीपी पर बात नहीं करती। नौकरी पर सवाल पूछने पर कहते हैं पकौड़ा बनाओ, लेकिन प्याज भी 150 रुपये का हो गया तो पकौड़ा कौन खाएगा?
श्रीनिवास ने कहा कि युवाओं की नौकरी को ग्रहण लगा है। उसको देखने के लिए मोदी जी को कौन सा चश्मा चाहिए? नोटबंदी और जीएसटी, एनआरसी की जरूरत किसी को नहीं है। कोई इसकी मांग नहीं कर रहा। देश को राष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर (एनआरयू) चाहिए। नरेंद्र मोदी जिन युवाओं को नौकरी नहीं मिली उनसे बात करें। शिखर धवन का अंगूठा टूटने पर मोदी जी ने ट्वीट किया था। देश भर में आंदोलन हो रहे हैं, हिंसा हो रही है, लेकिन प्रधानमंत्री को इस पर बोलने की परवाह नहीं है। यूथ कांग्रेस ने NRU अभियान के लिए टोल फ्री नम्बर जारी किया है। इस पर मिस कॉल के आंकड़े सरकार को भेजे जाएंगे।