चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। प्रशांत पंजाब या यूपी के चुनाव को लेकर पार्टी में शामिल नहीं होंगे बल्कि वह राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे, २०२४ की तैयारियां करेंगे। इस मुलाकात के बाद प्रशांत ने कहा- वह अभी तक जो करते आए हैं वह आगे नहीं करना चाहते, जीवन में एक ब्रेक जरूरी ताकि कुछ अलग किया जा सके।
इस वक्त प्रशांत अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार हैं इसके लिए वह एक रुपए सैलरी लेते हैं, पंजाब में चुनाव भी है ऐसे में उनका फोकस वहीं रहेगा। प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने से पार्टी को मजबूती मिलना तय है, सियासी विशेषज्ञों की माने तो प्रशांत चुनावी रणनीति बनाना नहीं भूले हैं।
बता दें कि प्रशांति किशोर राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने का काम करते हैं। श्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस पार्टी) के लिए रणनीतिकार के तौर पर काम कर रहे थे। उनकी रणनीति के कारण ही टीएमसी ने बंगाल में अपनी जीत दर्ज की थी।
प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की और तमिलनाडु में डीएमके गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभा चुके हैं लेकिन बाद में उन्होंने अपने इस काम से दूरी बना ली थी। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “मैं जो कर रहा हूं उसे जारी नहीं रखना चाहता। मैंने काफी किया है। यह मेरे लिए एक ब्रेक लेने और जीवन में कुछ बड़ा करने का समय है। मैं इस जगह को छोड़ना चाहता हूं।”
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सूत्रों की मानें तो यह बैठ उत्तर प्रदेश या पंजाब की चुनावी रणनीति पर नहीं बल्कि किसी दूसरी बड़ी बात पर थी. ऐसा कहा जा रहा है कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में लड़ने के लिए कांग्रेस को तैयार करने में प्रशांति किशोर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।