जयपुर। असम में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों को जयपुर लाया गया है। बताया जा रहा है कि जयपुर के फेयर माउंट होटल में उन्हें ठहराया गया है।
असम में मतदान संपन्न हो गया और रिजल्ट का इंतजार है। मतगणना से पहले ही कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को सहेजने Congress trying to save candidates before counting) में जुट गई है। असम में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को जयपुर लाया गया है। बताया जा रहा है कि जयपुर के फेयर माउंट होटल में उन्हें ठहराया गया है। कांग्रेस ने जोड़-तोड़ की राजनीति से बचने के लिए यह कदम उठाया है।
बताया जा रहा है कि असम में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी प्रत्याशियों को जयपुर शिफ्ट किया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के साथ ही एआईयूडीएफ के प्रत्याशी भी जयपुर भेजे गए हैं। यह सभी प्रत्याशी 2 मई तक जयपुर में ही रहेंगे। 2 मई को रिजल्ट आने के बाद इनकी असम वापसी होगी।
कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर उस वक्त से सताने लगा, जब वोटिंग से महज कुछ दिन पहले ही बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के उम्मीदवार रंगजा खुंगूर बासुमतरी ने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए। बीपीएफ ने बासुमतरी को तामुलपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, जहां तीसरे चरण में मतदान हुआ।
बीपीएफ असम में कांग्रेस की सहयोगी है। बताया जाता है कि बासुमतरी कथित तौर पर दो दिन तक लापता थे। इसके बाद बीजेपी नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया था कि बीपीएफ उम्मीदवार बासुमतरी से मुलाकात की और वह बीजेपी में शामिल होंगे। इसके बाद रंगजा खुंगूर बासुमतरी, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए।
इसके बाद कांग्रेस और बीपीएफ ने चुनाव आयोग का रुख लिया और तामुलपुर सीट पर चुनाव टालने की मांग की। चुनाव आयोग ने कहा कि सुनवाई के दौरान ऐसाा कोई भी दस्तावेजी साक्ष्य पेश नहीं किया गया, जोकि यह साबित करे कि बसुमतारी भाजपा में शामिल हुए हैं अथवा उन्हें बीपीएफ से निकाला गया है, इसलिए मांग खारिज की जाती है।