नई दिल्ली। चुनावों के दौर में सभी राजनेता एक दूसरे पे आरोप और प्रत्यारोप लगा रहे हैं। वही एक दूसरे के खिलाफ बयानबाज़ी करते भी नज़र आ रहे हैं,इसी के चलते राजस्थान के नाथद्वारा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी फंस गए हैं। दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के नाथद्वारा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी द्वारा की गई जातिगत टिप्पणी पर राहुल गांधी ने ऐतराज जताया। उन्होंने ट्वीट किया, ” सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस के आदर्शों के विपरीत है।”
गौरतलब है कि बुधवार को सीपी जोशी ने नाथद्वारा के सेमा गांव में चुनावी सभा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा, “ऋतंभरा और मोदी की जाति क्या है, ये हिंदू धर्म के बारे में कैसे बात करते हैं? इस देश में अगर धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानता है। अजीब देश हो गया है। उमा भारती लोधी समाज की हैं और वो हिंदू धर्म की बात कर रही हैं।” हालांकि बाद में जोशी ने बयान पर माफी मांग ली।
जोशी यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने भाजपा पे निशाना साधते हुए कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल नेहरू की कैबिनेट में थे। पटेल जी की भारत के एकीकरण की योजना को नेहरू का समर्थन प्राप्त था। पटेल ने नेहरू की सहमति के बिना कुछ भी नहीं किया। वर्तमान में इन भाजपा के लोगों ने गलतफहमी फैला दी है कि दोनों एक साथ नहीं थे। जोशी ने कहा कि वे भाजपा कहते हैं कि कांग्रेसी हिंदू नहीं हैं। आखिर किसने इन्हें सर्टिफकेट जारी करने का अधिकार दिया? क्या उन्होंने एक भी विश्वविद्यालय खोला है? अगर धर्म के बारे में कोई जानता है तो वह सिर्फ उनके पंडित/ ब्राह्मण हैं।