रांची। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस के पेट में दर्द हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे मुस्लिम विरोधी कह रही है। जबकि यह बिल मुस्लिम विरोधी नहीं है। अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक के नाम पर कांग्रेस देशभर में लोगों को उकसाकर दंगे भड़का रही है। आज तक हिंदु-मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करती आई कांग्रेस का चेहरा अब बेनकाब हो गया है। वह लगातार दुष्प्रचार कर लोगों को बांटने में लगी है। उन्होंने लोगों से मोबाइल हाथ में ऊपर उठाकर संकल्प कराया कि यहां से जाकर कम से कम 50 लोगों को फोन कर भाजपा को वोट देने की अपील करेंगे ताकि एक बार फिर से झारखंड में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बन सके।
शनिवार को अमित शाह गिरिडीह स्टेडियम में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। गृहमंत्री शाह ने कहा कि विपक्षी पूर्वोत्तर में आग लगाने में पड़े हैं। मैं असम और नॉर्थ-ईस्ट के सभी राज्यों के लोगों को कहना चाहता हूं कि उनकी भाषा, संस्कृति, सामाजिक पहचान और उनके राजनीतिक अधिकार खत्म नहीं होंगे। हम इन पर जरा भी आंच नहीं आने देंगे। मेघालय के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री मिलने आए थे, उन्होंने कुछ समस्या बताई। मैंने आश्वासन दिया है कि इसमें सकारात्मक रूप से सोचकर मेघालय की समस्या का हम समाधान निकालेंगे। कांग्रेस सालों से हिंदू-मुसलमान की राजनीति, नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देती आई है। आतंकवाद को कठोर तरीके से मोदी जी जैसा प्रधानमंत्री आकर रोकता है तो उसमें उनको तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति दिखाई पड़ती है।
शाह ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि आपने झारखंड के लिए क्या किया? कांग्रेस और झामुमो वाले से हिसाब मांगोगे क्या? सोनिया मनमोहन की सरकार ने पांच साल में झारखंड को 55 हजार करोड़ रुपये दिये। मोदी सरकार ने पांच साल में तीन लाख करोड़ रुपये झारखंड के विकास के लिए दिया है। शाह ने एक-एक कर मोदी सरकार और रघुवर सरकार के विकास योजनाओं को गिनाया।
उन्होंने कहा कि रघुवर दास ने झारखंड में महिलाओं को सिर्फ एक रुपये में 50 लाख तक की रजिस्ट्री की सुविधा दी। राहुल बाबा आपके 55 साल और हमारे पांच साल का हिसाब लेकर गिरिडीह के चौक पर आ जाओ, भाजपा के मंडल कार्यकर्ता आपको हिसाब-किताब देंगे। भगवान बिरसा और टाना भगत के नाम से स्मारक बनाने का काम भाजपा सरकार ने किया। छात्रों की छात्रवृति की चिंता हो, चाहे बच्चों की प्राथमिक शिक्षा हो। प्रधानमंत्री आवास देने का काम भी हमारी सरकार ने किया है। गरीब का घर, रसोई सबको मोदी सरकार ने आबाद किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गरीबों की चिंता की। 70 साल तक कांग्रेस की सरकार चली लेकिन गरीब आदिवासी के घर में बिजली नहीं पहुंची। माताएं-बहनें बताएं कि राहुल बाबा के खानदान ने चार पीढ़ी तक शासन किया, लेकिन उनके लिए क्या किया? तब भी उन्हें खुले में नित्यक्रिया के लिए जाना पड़ता था।
शाह ने कहा, सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि पर फैसला हो गया। अयोध्या में राममंदिर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी कांग्रेस की जुबान सिल जाती है। 2014 में सुनवाई हुई तो कपिल सिब्बल कहते हैं क्या जल्दी है? कांग्रेस ने वर्षों तक इस मसले को लटकाकर रखा। अब अयोध्या में आसमान को छूने वाला भव्य राम मंदिर जल्द बनने वाला है।
अमित शाह ने कहा कि हम तीन तलाक का कानून लाये तो कांग्रेस ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया। हमने जम्मू-कश्मीर में 370 हटाया तो कांग्रेस ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया। अब नागरिकता बिल को ये मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं। हेमंत सोरेन और राहुल का भाषण सुना। वे कहते हैं झारखंड की जनता को जम्मू-कश्मीर से क्या लेना? राहुल बाबा आपको देश का इतिहास नहीं मालूम है। आपके चेहरे पर इटालियन चश्मा लगा है।
अमित शाह ने कहा कि आज तक आतंकवाद को बचाकर कांग्रेस ने वोट बैंक की पॉलिटिक्स की। सोनिया-मनमोहन की सरकार में आलिया-मालिया-जमालिया रोज घुसकर हमारे जवानों का सिर काटकर ले जाते थे। उरी-पुलवामा के हमले का जवाब 56 इंच की छाती वाली मोदी सरकार ने 10 दिनों में ही एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों के पुर्जे-पुर्जे उड़ा दिए।
अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमीन के नीचे दफन कर दिया है। नक्सलवाद को सिर्फ मोदी रोक सकते हैं। कांग्रेस और झामुमो को जब मौका मिला, लूटकर रुपया लेकर दिल्ली ले गए। आपने जो भाजपा की सरकार बनायी, वह गरीबों की सरकार बनी। आज झारखंड विकास के रास्ते पर आगे चल रहा है। गिरिडीह में इंजीनियरिंग कॉलेज बनाकर हमने युवाओं को सुनहरा भविष्य दिया है। लेकिन झामुमो के हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनने के लिए जिसकी गोदी में बैठे हैं, उसी कांग्रेस ने अलग झारखंड राज्य के आंदोलनकारियों पर गोलियां चलाई थीं।