सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने यहां मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि महामारी की दूसरी लहर के बावजूद अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार जारी रहे।
उन्होंने कहा, ‘वृद्धि को बनाए रखने के लिए सरकार और उद्योग के बीच पारस्परिक पूर्ण विश्वास होना चाहिए। ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए, जिससे अविश्वास पैदा हो।’
वित्त मंत्री ने पश्चिम बंगाल के बारे में कहा कि राज्य में उद्योगों के विकास के लिए एक वैश्विक दृष्टिकोण के साथ ‘ऑक्सीजन’ की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘राज्य के उद्योगों को फलने-फूलने के लिए बहुत अधिक ऑक्सीजन की जरूरत है। भारत का इतिहास बंगाल से लिखा गया था… लेकिन आज दार्जिलिंग चाय जैसा स्थापित उत्पाद भी मुश्किल दौर से गुजर रहा है।’
सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा, ‘कोलकाता पहले उद्योगों के लिए जाना जाता था। उसे फिर ऐसा करना चाहिए। बंगाल और इसकी परंपरा को संरक्षित करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘भगवा शक्तियों के राज्य में सरकार बनाने के बाद किसानों को धन मुहैया कराया जाएगा। हमारे घोषणापत्र में बंगाल की अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के बारे में विस्तार से बताया गया है।’