लखनऊ। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया और कहा कि यूपी सरकार गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यूपी सरकार ने कोर्ट में कहा कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ कोर्ट में जघन्य अपराध के दस केस चल रहे हैं। सरकार ने आग्रह किया कि मुख्तार को यूपी जेल भेजा जाए और उससे संबंधित मामला भी प्रयागराज एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर किया जाए। हालांकि शीर्ष अदालत ने पंजाब सरकार की मांग पर अगली सुनवाई मंगलवार यानी दो मार्च तक के लिए टाल दी है।
यूपी के मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी ट्रांसफर करने की सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन यााचिक पर बुधवार को सुनवाई हुई। यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा कि मुख्तार अंसारी को बांदा जेल सुपरिटेंडेंट ने बिना एमपी-एमएलए कोर्ट की अनुमति के पंजाब पुलिस को सौंपा था। अपराधी मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई बार पेशी वारंट जारी किए गए, लेकिन पांजाब की रोपड़ जेल के अधिकारी उसे बीमार बताते रहे हैं। लंबे समय से पुलिस उसे यूपी लाने की कोशिश कर रही है।
मुख्तार को वापस यूपी भेजने का दें आदेश
योगी सरकार ने हलफनामे में कहा कि मोहाली मामले में दो साल से चार्जशीट जमा नहीं हुई है, फिर भी मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) जमानत नहीं ले रहा है, इससे मिलीभगत साफ दिख रही है। सरकार ने आग्रह किया है कि सुप्रीम कोर्ट न्याय के हित में अपनी विशेष शक्ति का इस्तेमाल करे और मुख्तार को वापस यूपी भेजने का आदेश दे। यूपी सरकार ने कहा कि मोहाली में दर्ज केस भी प्रयागराज ट्रांसफर कर दिया जाए। मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के वकील मुकुल रोहतगी की मांग पर न्यायाधीश ने बिना कोई फैसला दिए अगली सुनवाई को दो मार्च तक के लिए टाल दिया।
यूपी सरकार मुख्तार को UP लाने की जुगत में
बता दें कि मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को पंजाब की जेल से उत्तर प्रदेश लाने की पुलिस की अब तक हर तरकीब फेल रही है। यूपी सरकार ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का भी सहारा लिया, लेकिन वहां भी अब तक असफलता ही हाथ लगी। पंजाब सरकार ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को यूपी पुलिस के हवाले नहीं कर सकते हैं। हालांकि अब भी यूपी पुलिस व सरकार मुख्तार को यूपी लाने की जुगत में लगी हुई है। अब तक इस सिलसिले में दो बार गाजीपुर पुलिस पंजाब जा चुकी है।