लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Subhash Chandra Bose Jayanti) पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजिल अर्पित की और उनके जीवन को युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने अपने संबोधन में कहा कि हम सब आजादी के इस महानायक को उनकी जयंती के रूप में स्मरण कर रहे हैं। महानायकों ने देश की आजादी और स्वालम्बन बनाने के लिए जो सपना देखा था, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा करने में लगे हैं।
योगी ने कहा कि आज पूरा देश आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की पावन जयंती पर स्मरण कर नमन कर रहा है। देश की आजादी के आंदोलन में नेताजी के योगदान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जनवरी की तिथि को पराक्रम दिवस के रूप में आयोजित करने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया और कहा कि हम सब जानते हैं कि सुभाष चन्द्र बोस का जन्म भारत के तत्कालीन बंगाल प्रांत और आज के उड़ीसा प्रांत के कटक में हुआ था। बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि होने के नाते उच्च शिक्षा के लिए उन्हें पेन्ट्रीस विश्वविद्यालय में दाखिला लेना पड़ा था। उस समय की प्रतिष्ठित प्राशासनिक सेवा आईसीएस की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के बाद भी उन्होंने वह सेवा ज्वाइन नहीं की। उन्होंने इस बात को स्पष्ट किया था कि जो लोग हमारे देश को गुलाम बनाए हुए हैं, जिनके खिलाफ हमें लड़ाई लड़नी है, हम उनकी अधीनता स्वीकार न करके, किसी भी बड़े पद को ठुकरा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता जी आईसीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद भी उसे छोड़कर देश की आजादी के आंदोलन के साथ जुड़े। आजादी के आंदोलन के दौरान अनेक ऐसे अवसर आए थे जिसके माध्यम से नेताजी भारत की राजनीति में स्थापित हो सकते थे लेकिन इससे इतर उन्होंने सदैव क्रांति का मार्ग चुना। देश के प्रत्येक नागारिक के मन में राष्ट्रभक्ति का भाव पैदा हो और हम सब अपनी राष्ट्रीयता के मार्ग का अनुशरण करते हुए ‘नेशन फस्ट’ के इस भाव के साथ सदैव कार्य कर सकें, वह इस बात के पक्षधर थे।
योगी (CM Yogi) ने कहा कि वह भारत के अंदर ही नहीं बल्कि दुनिया के अंदर जर्मनी, जापान, सिंगापुर, इन सभी देशों में रहने वाले भारतवंशियों के साथ मिलकर भारत की आजादी की अलख जगाते रहे। नेता जी के दिए नारों में चाहे दिल्ली चलो का नारा हो, जय हिंद का नारा हो, जो आज भी हम सब के मन में रोमांच पैदा करता है। देश की आजादी को लेकर युवाओं में भाव को पैदा करने के लिए जो उन्होंने नारा दिया था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, यह अपने आप में ही हर भारत वासियों को रोमांचित कर देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जो कार्यक्रम चल रहे हैं, उन सभी कार्यक्रमों को जब हर भारत वासी करना प्रारम्भ करेगा तो स्वाभाविक रूप से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस और अमर सपूतों के महानायकों के वह सपने साकार होंगे जो एक स्वतंत्र भारत को दुनिया में एक बड़ी ताकत के रूप में देखा था।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री असीम अरुण, विधायक जयदेवी, कार्यक्रम संयोजक विधान परिषद सदस्य अवनीश कुमार सिंह, पूर्व विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी, एबीवीपी संगठन मंत्री घनश्याम शाही उपस्थित रहें।