लखनऊ। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ कर के घिर गए हैं। उन्होंने रविवार को एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना को सरदार पटेल और महात्मा गांधी की तरह ही आजादी का नायक बताया। उनके इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘शर्मनाक’ और ‘तालिबानी मानसिकता’ वाला बताया है। योगी ने कहा कि, देश की जनता विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी। अखिलेश यादव को देश और यूपी की जनता से माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि सीएम योगी मुरादाबाद में पुलिस अकेडमी में आयोजित 86 वें पुलिस उपाधीक्षकों की पासिंग आउट परेड में शामिल होने पहुंचे थे।
अखिलेश का बयान शर्मनाक- सीएम योगी
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार में बैठे लोग समाज को बांटने में लगे रहते थे। उनकी विभाजन की प्रवृति अभी तक नहीं गई है। कल मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातें सुन रहा था। वो इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना जिन्ना से कर रहे थे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान अत्यंत शर्मनाक है। सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी हैं। कल सपा प्रमुख की विभाजनकारी मानसिकता सामने आ गई, जब उन्होंने जिन्ना को समकक्ष रख के सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की।
योगी ने आगे कहा कि ये तालिबानी मानसिकता है। हर वक्त तोड़ने का प्रयास करती है। पहले जाति और अन्य वादों के नाम पर तोड़ने की प्रवृत्ति, जब वो अपने मंसूबों पर सफल नहीं हो रहे हैं, तो महापुरुषों पर लांछन लगाके पूरे के पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान की पूरे समाज को निंदा करनी चाहिए। सपा प्रमुख को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। सरदार वल्लभ भाई पटेल के इस अपमान को देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता।
देश का अपमान है- मोहसिन रजा
यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने अखिलेश यादव के इस बयान को उनकी ‘राजनीतिक अपरिपक्वता’ बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, मोहसिन रजा ने कहा, जिन्ना पर देश का बंटवारा करने का दारोमदार है, उसका महिमामंडन कैसे कर सकते हैं? देश का बंटवारा करने वालों को ऐसे बताना देश का अपमान है। ओवैसी हों या अखिलेश दोनों मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं।
राकेश सिन्हा ने कहा- अखिलेश पाकिस्तान जाने वाले हैं
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भी अखिलेश के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि अखिलेश यादव यूपी चुनाव के बाद पाकिस्तान में शरण लेने वाले हैं। अखिलेश यादव इतिहास के अपराधी के तौर पर बात कर रहे हैं। उन्होंने भारत के इतिहास की पुस्तक पढ़ी है या फिर पाकिस्तान के इतिहास को पढ़कर इस तरीके का बयान दे रहे हैं।
राकेश सिन्हा ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश इस तरह का बयान देकर यूपी के मुसलमानों को आकर्षित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों का जिन्ना से कोई संबंध नहीं है और इस तरह का बयान भारत के मुसलमानों का अपमान है। उन्होंने कहा, अखिलेश यादव इस सीमा तक जाकर मोहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन कर रहे हैं। वो ये मानकर चल रहे हैं कि उत्तर प्रदेश और भारत के मुसलमान प्रसन्न होंगे, पर ऐसा होने वाला नहीं है।
ये सपा-भाजपा की मिलीभगत- मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश के बयान को सपा-भाजपा की मिलीभगत बताया है। उन्होंने कहा, सपा मुखिया द्वारा जिन्ना को लेकर कल हरदोई में दिया गया बयान व उसे लपक कर भाजपा की प्रतिक्रिया यह इन दोनों पार्टियों की अन्दरुनी मिलीभगत व इनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि यहां यूपी विधानसभा आमचुनाव में माहौल को किसी भी प्रकार से हिन्दू-मुस्लिम करके खराब किया जाए।
मायावती ने आगे कहा, सपा व भाजपा की राजनीति एक-दूसरे के पोषक व पूरक रही है। इन दोनों पार्टियों की सोच जातिवादी व साम्प्रदायिक होने के कारण इनका आस्तित्व एक-दूसरे पर आधारित रहा है। इसी कारण सपा जब सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है जबकि बीएसपी जब सत्ता में रहती है तो भाजपा कमजोर।
अखिलेश ने की थी जिन्ना की तारीफ
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई की एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी। अखिलेश ने कहा, सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे। अखिलेश ने आरएसएस का नाम लिए बिना कहा कि अगर कोई विचारधारा (आरएसएस की) है जिस पर प्रतिबंध लगाया गया था तो वह लौह पुरुष सरदार पटेल थे जिन्होंने प्रतिबंध लगाने का काम किया था। आज जो लोग देश को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, वे आपको और मुझे जाति और धर्म के आधार पर विभाजित कर रहे हैं।