लखनऊ। विधानमंडल के बजट सत्र के दूसरे दिन भी काफी हंगामा के बाद भी शुक्रवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditynatha) पहुंचे। उनके साथ सदन में मौजूद सभी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भी विधान परिषद में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर विपक्ष का हंगामा चलता रहा।
विधान परिषद में कार्यकारी सभापति को हटाने की मांग
विपक्ष ने विधान परिषद में कार्यकारी सभापति(प्रोटेम स्पीकर) को पद से हटाने के लिए नियम 143 के तहत नोटिस दिया है। समाजवादी पार्टी के राजपाल कश्यप व नरेश उत्तम पटेल ने नोटिस दिया। उधर कांग्रेस के दीपक सिंह ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में प्रदेश सरकार सरकार नियमों की अनदेखी कर रही है। बिना आम राय तथा सहमति के प्रोटेम स्पीकर को पद पर आसीन किया गया।
यहां पर प्रदेश के 22 करोड़ लोगों के हित की चर्चा नहीं की गई। समाजवादी पार्टी से विधान परिषद के सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि विधान परिषद में हमारी पार्टी का बहुमत है। इसको लेकर हमारी तरफ से प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ अविश्वास है। प्रोटेम स्पीकर कैसे सदन चला सकते हैं। स्पीकर का चुनाव होना चाहिए। भाजपा के पास चुनाव के अलावा विकल्प नहीं है।