लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने प्रदेश के पूर्व मंत्री व वर्तमान विधान सभा के सदस्य आशुतोष टण्डन ‘गोपाल जी’ के निधन पर मंगलवार को विधान सभा में शोक प्रस्ताव पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आशुतोष टण्डन (Ashutosh Tandon) का नौ नवम्बर को लगभग 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लम्बे समय से अस्वस्थ थे। श्री टण्डन इस सदन के वरिष्ठ सदस्यों में थे। उनका असमय निधन हम सभी के लिए दुःखद है।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आशुतोष टण्डन (Ashutosh Tandon) वर्ष 2014 के उपचुनाव में निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ पूर्व से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वर्ष 2017 तथा 2022 में भी वे इस सदन के लिए निर्वाचित हुए थे। श्री टण्डन विधानसभा की नियम समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति तथा वर्तमान में विशेषाधिकार समिति के सदस्य थे।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आशुतोष टण्डन (Ashutosh Tandon) ने वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया। प्राविधिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा तथा नगर विकास विकास विभाग के मंत्री के रूप में श्री टण्डन ने अपने दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। श्री टण्डन की प्रयागराज कुम्भ-2019 के भव्य आयोजन, अयोध्या दीपोत्सव कार्यक्रम, एक जनपद एक मेडिकल काॅलेज, तकनीकी शिक्षा के उन्नयन एवं नगर विकास के कार्यक्रमों में सकारात्मक और महत्वपूर्ण भूमिका थी।
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मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि प्रदेश की राजनीति से आशुतोष टण्डन का लम्बा सम्बन्ध रहा। उन्हें राजनीतिक गुण विरासत में मिले थे। छात्र जीवन से ही वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सक्रिय रहे। वर्ष 1980 में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की महानगर इकाई के उपाध्यक्ष बनने के बाद श्री टण्डन सक्रिय राजनीति में आए। वे भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई में मंत्री तथा प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। उन्हें पार्टी संगठन के कार्यों का गहन अनुभव था। एक कर्मठ तथा समर्पित नेता के रूप में उनका योगदान सदैव महत्वपूर्ण रहा।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आशुतोष टण्डन की छवि सरल व व्यवहारकुशल व्यक्ति की थी। वे हर वर्ग में लोकप्रिय थे। स्नेह से लोग उन्हें गोपाल जी के नाम से पुकारते थे। एक समर्पित जनप्रतिनिधि के रूप में लखनऊ तथा प्रदेश के विकास में उनका विशेष योगदान रहा। उनकी रूचि काॅमर्स तथा बैंकिंग क्षेत्र में थी। श्री टण्डन यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के निदेशक भी रहे। वे श्री अन्नपूर्णा ट्रस्ट धर्मशाला, श्री कोनेश्वर महादेव मन्दिर ट्रस्ट, स्व0 लालजी टण्डन फाउण्डेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष तथा कालीचरण पीजी काॅलेज के ट्रस्टी के रूप में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्यों से जुड़े थे।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आशुतोष टण्डन के निधन से प्रदेश ने एक समर्पित तथा कुशल राजनीतिज्ञ खो दिया है। उनके निधन से प्रदेश एवं पार्टी की अपूर्णीय क्षति हुयी है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधान सभा सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की।