लखनऊ। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सहयोग से उत्तर प्रदेश में लखनऊ के “कॉल्विन तालुकदार कॉलेज” में दो दिवसीय कौशल महोत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। समापन अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने 11 अभ्यर्थियों को ऑफ लेटर देकर उनका अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्किल इंडिया मिशन के माध्यम से देश के युवाओं को एक नई उड़ान दी है। उनका यह प्रयास अत्यन्त सार्थक है। देश के युवा आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व का सबसे युवा देश है। युवाओं की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में है। कौशल विकास मंत्रालय ने आज करोड़ों युवाओं की भावनाओं को एक नई पहचान दी है और आज युवाओं को नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने यह भी कहा कि “तेजी से बदलती इस दुनिया के साथ हमारे युवा नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश के स्केल को स्किल डेवलपमेंट के साथ जोड़ रहे हैं। आत्मनिर्भर विजन को पूरा करने में कौशल महोत्सव की महत्वपूर्ण भूमिका होगी”।
कौशल महोत्सव के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश के श्रम एवं रोजगार मंत्री अनिल राजभर, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और भारतीय जनता पार्टी के नेता नीरज सिंह भी मुख्य रूप से शामिल हुए। एनएसडीसी के सीईओ एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कौशल महोत्सव में ऑटोमोटिव, लॉजिस्टिक्स, प्रोडक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स, अपैरल और टूरिज्म जैसे 20 से अधिक सेक्टर्स की भागीदारी हुई है। इन कंपनियों ने लगभग 5284 जॉब ऑफर दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि “केवल दो दिन में लखनऊ के तीस हजार से ज्यादा युवाओं ने इस महोत्सव से अपने आप को जोड़ा है। उत्तर प्रदेश की सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए संकल्पबद्ध हैं”।
सीएम योगी ने राज्यपाल से की शिष्टाचार भेंट
लखनऊ कौशल महोत्सव को आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कार्यक्रम संयोजक भाजपा नेता नीरज सिंह ने समापन समारोह में धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में विधायक आशुतोष टंडन, महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, विधायक योगेश शुक्ला, डॉ नीरज बोरा, एमएलसी रामचंद्र प्रधान व पवन सिंह चौहान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।