उत्तराखंड के सियासी संकट का पटाक्षेप आज शाम तक होने की संभावना प्रबल है। सोमवार को अचानक दिल्ली गए मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत मंगलवार को वापस लौट चुके हैं।
हालांकि भाजपा के उत्तराखंड के प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने यह कह कर हालात को साधने की कोशिश की कि सब कुछ ठीक ठाक है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को रखना या बदलना हाईकमान पर निर्भर है.
उधर, श्रीनगर विधायक डॉ. धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी कांग्रेस से आए नेता पर भरोसा करके अपने कैडर को निराश नहीं करना चाहती है और साथ ही उपचुनाव भी नहीं थोपना चाहती है. इन सबके मद्देनजर डॉ. रावत की स्वीकार्यता ज्यादा दिख रही है। यदि राज्यसभा सांसद अजय बलूनी या लोकसभा सांसद अजय भट्ट का चयन होता है तो राज्य में उपचुनाव कराना होगा।
कल हो सकती है बैठक
मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत (CM Rawat) उत्तराखंड लौट चुके हैं। उम्मीद है कि कल मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक हो सकती है जिसमें नए चेहरे की औपचारिक घोषणा हो सकती है।
हालांकि प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा, ‘जहां तक मेरी जानकारी है उसके हिसाब से यहां पार्टी विधायक दल की किसी भी बैठक की औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और मीडिया में चल रहे इस तरह के समाचार निराधार हैं।
लेकिन जब उनसे यह सवाल किया गया कि जैसा कि राजनीतिक मोर्चे पर अचानक बदलते घटनाक्रम से संकेत मिल रहे हैं, उसके हिसाब से उत्तराखंड में कोई बड़ा बदलाव तो नहीं होने जा रहा है, तो उन्होंने कहा, देखते हैं।
राज्य से पार्टी के एक वरिष्ठ नेता एवं भाजपा सांसद अजय भट्ट ने बताया कि राज्य में ‘सब ठीक है’। उन्होंने कहा कि दो केंद्रीय नेताओं ने 12 मार्च से भाजपा की तीन दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक और 18 मार्च को रावत सरकार की चौथी वर्षगांठ की तैयारियों के संबंध में उत्तराखंड का दौरा किया था।
राज्य के नेताओं का एक वर्ग कथित तौर पर रावत के नेतृत्व से नाखुश है और उनका विचार है कि उनके नेतृत्व में पार्टी की चुनावी संभावनाएं बहुत उज्ज्वल नहीं हो सकती हैं।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का विकल्प चुन सकती है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था।
पर्यवेक्षकों ने सौंपी रिपोर्ट
जानकारी मिली है कि दो केंद्रीय नेताओं, भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और पार्टी महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने राज्य के दौरे से वापस जाने के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जहां वे राज्य के भाजपा कोर समूह के सदस्यों से बात करने गए थे।