देहरादून। उत्तराखंड में मनमुटाव और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Rawat) दिल्ली रवाना। शनिवार को यहां केंद्रीय पार्टी पर्यवेक्षकों रमन सिंह और दुष्यंत कुमार सिंह की मौजूदगी में उत्तराखंड कोर ग्रुप की बैठक हुई थी। रमन सिंह ने सभी सदस्यों से अलग-अलग बातचीत की थी।
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की बढ़ती अटकलों के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Rawat) सोमवार को दिल्ली रवाना हो गए। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने मुख्यमंत्री के दिल्ली रवाना होने की पुष्टि की लेकिन कहा कि उनके दिल्ली जाने में कोई असामान्य बात नहीं है।
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हालांकि, सूत्रों ने बताया कि पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री रावत को दिल्ली बुलाया है और शनिवार को यहां दो केंद्रीय पार्टी पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई उत्तराखंड कोर ग्रुप की बैठक के बाद अब रावत से दिल्ली में चर्चा की जाएगी। सोमवार को रावत के गैरसैंण और देहरादून में कई कार्यक्रम थे लेकिन दिल्ली से आए बुलावे के बाद उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए।
मंत्रिमंडल विस्तार सहित प्रदेश भाजपा विधायकों में असंतोष की बातें गाहे-बगाहे उठती रही हैं लेकिन प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों ने शनिवार शाम तब जोर पकड़ लिया जब भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी मामलों के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार सिंह पर्यवेक्षक की भूमिका में देहरादून पहुंचे और कोर ग्रुप की बैठक हुई।
हालांकि राज्य पार्टी कोर ग्रुप की यह बैठक पहले से प्रस्तावित नहीं थी और ऐसे समय में बुलाई गई जब प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र चल रहा था।
बैठक की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री रावत (CM Rawat) को तुरंत गैरसैंण से वापस देहरादून आना पड़ा।आनन-फानन में बजट पारित करा कर सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित्त कर दिया गया और भाजपा विधायकों को भी हैलीकॉप्टर द्वारा तत्काल गैरसैंण से देहरादून बुलाया गया।
रमन सिंह ने बैठक हर सदस्य से की बात
दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कोर ग्रुप की बैठक में राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, नैनीताल सांसद अजय भट्ट, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित राज्य संगठन के कई नेता मौजूद थेे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि रमन सिंह ने कोर ग्रुप की बैठक में मौजूद हर सदस्य से अलग-अलग बातचीत की। बाद में सिंह मुख्यमंत्री आवास भी गए जहां तकरीबन 40 विधायक मौजूद थे। कोर ग्रुप की बैठक के बाद सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय भी गए।
हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि 18 मार्च को प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 70 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है और पार्टी विधायकों में कोई मनमुटाव नहीं है।