Site icon News Ganj

कांग्रेस में केवल बापू बेटा ही रह जाएंगे, पार्टी के पास तो प्रत्याशी ही नहीं: सैनी

CM Nayab Singh

CM Nayab Singh

रोहतक। रोहतक स्थित भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी (CM Nayab Singh) ने कांग्रेस पार्टी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि आज ओपीएस की मांग करने वाली कांग्रेस पार्टी सत्ता के समय कहां पर गई थी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तो यूपीएस लाकर ओपीएस का समाधान निकाल दिया है। आज कांग्रेस पार्टी इसको लेकर राजनीति कर रही है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी को थूक कर चाटने की फितरत है।

इस दौरान सीएम सैनी (CM Nayab Singh) ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला अपने आप को सीएम घोषित कर घूम रहे हैं, क्योंकि वह बांटने और खाने में विश्वास रखते हैं, लेकिन अब उनकी चलने वाली नहीं है। प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है और कांग्रेस पार्टी में केवल बापू बेटा ही रह जाएंगे। क्योंकि कांग्रेस के पास तो प्रत्याशी ही नहीं है। कांग्रेस में एक-एक परिवार से पांच-पांच लोगों ने आवेदन दिया, लेकिन कांग्रेस को प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं।

यहां तक की भारतीय जनता पार्टी ने तो अपने सभी प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर लिया है और भाजपा का चुनाव लड़ने वाले मजबूत चेहरे होंगे। चुनाव प्रत्याशियों के लिए पैनल तैयार हो चुका है और टिकटों का ऐलान भी जल्दी कर दिया जाएगा। हरियाणा प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए गए कामों से संतुष्ट है और हरियाणा की जनता ने प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का मन बना लिया है।

उन्होंने (CM Nayab Singh)  कहा कि हमसे जवाब मांगने वाले भूपेंद्र हुड्डा मेरे 10 सवालों का जवाब नहीं दे पाए और उनके मुंह पर तो ताला लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा जवाब भी कैसे दे सकते हैं, क्योंकि उन्होंने केवल भ्रष्टाचार ही किया है। कांग्रेस के गुब्बारे की हवा निकल चुकी है और अब तो वह चुल्लू भर पानी से मछली पकड़ने की स्थिति में आ चुके हैं।

गुरु जंभेश्वर भगवान की जयंती महोत्सव में पहुंचे सीएम सैनी

उन्होंने (CM Nayab Singh)  विनेश फोगाट को लेकर भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विनेश के कंधे पर बंदूक रखकर स्वार्थ की राजनीति करना चाहते हैं, जब भूपेंद्र हुड्डा सत्ता में थे तो उन्होंने किसी खिलाड़ी को राज्यसभा क्यों नहीं भेजा। कांग्रेस के पास ना तो कोई नीति है और ना ही नेतृत्व।

Exit mobile version