हल्द्वानी। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने हल्द्वानी में नकल विरोधी कानून आभार रैली में प्रतिभाग करते हुए कहा कि आपके हिस्से की सफलता का कोई और लाभ न उठा सके। इसके लिए हमारी कड़े से कड़ा सरकार निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि समूह ‘ग’ की कोई भी परीक्षा चाहे वह लोक सेवा आयोग से बाहर की हो या लोक सेवा आयोग से कराई जा रही हो। सभी परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने बुधवार यहां को नकल विरोधी कानून आभार रैली में प्रतिभाग करने के दौरान युवाओं को भरोसा दिया कि भाजपा की सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर न केवल चिंतित है बल्कि उन्हें रोजगार देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि समूह ‘ग’ की कोई भी परीक्षा चाहे वह लोक सेवा आयोग से बाहर की हो या लोक सेवा आयोग की हो। इनके लिए होने वाले साक्षात्कार अब नहीं लिए जाएंगे। इसमें तकनीकी और गैर तकनीकी पद भी सम्मिलित होंगे अर्थात् जेई जैसे तकनीकी पदों में भी साक्षात्कार की व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यह भी निर्णय लेने जा रही है, उच्च पदों में जहां साक्षात्कार आवश्यक हो, जैसे पीसीएस या अन्य उच्च पद वहां भी साक्षात्कार का प्रतिशत कुल अंकों के 10 प्रतिशत से ज्यादा न रखा जाये।
मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) ने कहा कि इसके अतिरिक्त समय-समय पर ऐसी भी शिकायतें मिलती हैं कि साक्षात्कार में किसी को बहुत ज्यादा अंक दिये गये या किसी अभ्यर्थी को बहुत कम अंक दिये गये। इसके लिए हमारी सरकार के पास नौजवानों व विभिन्न संस्थाओं की तरफ से विभिन्न सुझाव आते रहे हैं कि साक्षात्कार के अंकों को भी पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ही अभ्यर्थी को अंक दिये जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
इसलिए इन सुझावों पर अमल करते हुए हमारी सरकार यह निर्णय भी लेने जा रही है कि साक्षात्कार में किसी भी अभ्यर्थी को यदि 40 प्रतिशत से कम और 70 प्रतिशत से अधिक दिए जाते हैं तो साक्षात्कार लेने वाले व्यक्ति या बोर्ड को इसका स्पष्ट कारण बताना होगा। अब किसी भी प्रकार की मनमानी नहीं चलेगी।
मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए भविष्य में भी जो सुझाव आएंगे उन्हें भी हमारी सरकार आवश्यकतानुसार लागू करेगी। भारतीय जनता पार्टी अंत्योदय के मंत्र पर कार्य करते हुए अंतिम व्यक्ति को मुख्य धारा से जोड़ रही है।विकसित उत्तराखंड का जो स्वप्न हमने देखा है, उसके लिए हम एक विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष तक उत्तराखंड को भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना और यह हमारा ’’विकल्प रहित संकल्प’’ है।