लखनऊ। यूपी में अब ढाबा वालों के बीच स्वच्छता (Clean Dhaba campaign) के लिए चलेगा अभियान। नगर विकास विभाग की विशेष सचिव नेहा शर्मा (Neha Sharma) ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए जानकारी दी। यह अभियान 5 से 12 जनवरी तक चलेगा। इस अभियान के तहत प्रदेश के 750 निकायों में संचालित ढाबों से निकलने वाले अपशिष्ट का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण किया जा रहा है।
मानक पर खरा उतरने वाले ढाबों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसमें एक स्टार, तीन स्टार और पांच स्टार रेटिंग जारी किया जाएगा। नेहा शर्मा ने बताया कि नगर निगम सीमा के अंदर चलने वाले ढाबो और रेस्टोरेंटों का निरीक्षण एक विशेष टीम द्वारा किया जाएगा।
जिसके बाद मापदंड़ों पर खरा उतरने वाले प्रतिष्ठानों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छ ढाबा अभियान के जरिए एक ओर जहां ढाबों में स्वच्छता सुनिश्चित होगी वहीं इन ढाबों अथवा रेस्टोरेंट पर भारी संख्या में पहुंचने वाले राहगीर भी स्वच्छता के प्रति जागरूक होंगे।
उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 की रेटिंग में यूपी को अव्वल बनाने के लिए यह अभियान तीन महीने तक चलाया जाएगा। पहले चरण में 5 से 12 जनवरी ढाबों पर जागरूकता कार्यक्रम चलेगा। दूसरे चरण में 13 जनवरी से 20 मार्च तक इन ढाबों का निरीक्षण किया जाएगा। तीसरे चरण में 20 से 31 मार्च तक रेटिंग के आधार पर पुरस्कार दिया जाएगा।
यह हैं 1 स्टार रेटिंग के मानक
- सिंगल यूज प्लास्टिक और प्लास्टिक कटलरी का प्रयोग ढाबे में नहीं किया जाना चाहिए।
- सार्वजनिक उपयोग के लिए 2 डिब्बे (हरे और नीले) ढाबे में लगे होने चाहिए।
- ढाबे द्वारा गीले और सूखे कचरे में अलग-अलग करना चाहिए और अलग-अलग निपटान भी करना चाहिए।
- ढाबे में लोगों के लिए शौचालय साफ एवं उपलब्ध होना चाहिए। ढाबे द्वारा ओडीएफ श्रेणी की सभी शर्तों को पूरा करना चाहिए।
- गूगल मैप या टॉयलेट लोकेटर पर ढाबे के शौचालय की लोकेशन अपलोड होनी चाहिए।
- ढाबों के आसपास कुड़े का ढेर नहीं होना चाहिए।
- ढाबों पर चित्रों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश होना चाहिए।
तीन स्टार (3 star)
- ढाबे द्वारा 1 स्टार की सभी शर्तों को पूरा करना होगा।
- ढाबे में गीले अपशिष्ट (कम्पोस्टिंग या कॉम्पैक्ट बायोगैस) की उपलब्धता होनी चाहिए। ढाबे में साफ पार्किंग, Beautification होना चाहिए।
पांच स्टार (5 star)
- ढाबे द्वारा 1 और 3 स्टार की सभी शर्तों को पूरा करना होगा।
- ढाबे द्वारा गीला और सूखा दोनों प्रकार के कचरे का पुनः उपयोग स्वयं के स्तर पर करना होगा।
- ढाबा जीरो वेस्ट और 3 आर (Reduce, Re-use and Recycle) को फॉलो करना होगा।
- ढाबे पर वेस्ट टू वंडर (आइटम) / सेल्फी पॉइंट (कचरे से बना) बना होना चाहिए।
- ढाबे पर बेकार सामग्री से बने सामान को बेचने के लिए छोटा स्टॉल लगाना होगा, जिससे ढाबे पर आने वाले लोग उसको देखे और प्रोत्साहित हों।