किसानों को बड़ी राहत देते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पराली जलाने से संबंधित सभी केस वापस लेने का फैसला किया है। साथ ही योगी सरकार ने ऐलान किया है कि किसानों से जुर्माना भी नहीं वसूला जाएगा। जिनसे जुर्माना ले लिया गया है, उनका रिफंड किया जाएगा।सीएम योगी ने अधिकारियों को आदेश दिया है बिजली बकाया होने की वजह से किसी भी किसान की बिजली सप्लाई न रोकी जाए।सीएम योगी ने किसानों से यह भी वादा किया कि गन्ने की नई फसल से पहले पुराने बकाये का पूरा भुगतान किया जाएगा।
विपक्षी दलों की बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि वे राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए किसानों की बात करते हैं। सीएम आवास पर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के साथ संवाद किया। इस दौरान सीएम योगी ने किसानों से वादा किया कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि 2010 से लंबित किसानों के सभी पिछले भुगतान नए गन्ना-पेराई सत्र से पहले हो जाएं।
उन्होंने कहा कि निर्णय से सभी हितधारकों को बताया जाएगा ताकि किसान गुमराह न हों।पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी यूपी के ‘चीनी के कटोरे’ वाले इलाकों में चीनी मिलें बंद हो गईं। उन्होंने पिपराइच-मुंडेरवा में शुरू की गई नई चीनी मिलों और बंद रमाला चीनी मिल की क्षमता में वृद्धि के नाम लिस्टेड किए। उन्होंने घोषणा की कि पश्चिमी क्षेत्र में चीनी मिलें 20 अक्टूबर से और मध्य क्षेत्र में 25 अक्टूबर से शुरू होंगी।
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सीएम ने कहा कि 2007 से 2016 तक गन्ना किसानों को केवल 95,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। उन्होंने दावा किया कि यूपी में 45.74 लाख से अधिक गन्ना किसानों को 2017 और 2021 के बीच 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रेकॉर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया गया है। जबकि 2016-17 में 6 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी, इस साल रिकॉर्ड 56 कोरोना के बावजूद लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई।