नई दिल्ली। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने को लेकर विपक्ष तो विपक्ष एनडीए में शामिल एलजेपी ने भी आलोचना की है। इन दिनों झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी से तव्ज्जों नहीं मिलने से बिफरे लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण।जनता ने एन॰डी॰ए॰ सरकार बनाने का जनादेश दिया था।अपनी अपनी महत्वाकांक्षा के कारण प्रदेश में सरकार न बनने देना दुखद।
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) November 12, 2019
चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता ने एनडीए सरकार बनाने का जनादेश दिया था। अपनी अपनी महत्वाकांक्षा के कारण प्रदेश में सरकार न बनने देना दुखद। बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव के बाद से सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच मंगलवार शाम राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले आज दिन में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की रिपोर्ट पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की उद्घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
ध्यान रहे कि एलजेपी चिराग पासवान झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी से छह सीट मांग रहे थे। बीजेपी ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद अब एलजेपी ने विधानसभा की कुल 81 सीटों में से 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया है। एलजेपी ने आज पांच सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा भी कर दी।
चिराग पासवान ने आज तड़के ट्वीट कर कहा था। झारखंड में चुनाव लड़ने का आख़िरी फ़ैसला प्रदेश इकाई को लेना था। लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश इकाई ने यह फ़ैसला लिया है पार्टी 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। आज शाम तक पार्टी के उमीदवारों की पहली सूची का एलान हो जाएगा।
झारखंड में पांच चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे और पहले चरण के लिए 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण का मतदान 7 दिसंबर को है। तीसरे, चौथे और पांचवें चरण के मतदान क्रमश: 12, 16 और 19 दिसंबर को होंगे। मतों की गिनती 23 दिसंबर को होगी।