इस मौके पर ऑक्सीजन प्लांट के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इंडस्ट्रियल एरिया में विद्युत आपूर्ति प्रॉपर ना होने के कारण कई बार उनका उत्पादन प्रभावित हो जाता है। इस समस्या के निदान के लिए प्रयास भी किए गए, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है. इसके अलावा उन्होंने इंडस्ट्रियल एरिया में सड़क के सुधारीकरण की भी मांग उठाई। इस मौके पर लिंडे के पदाधिकारियों ने पहाड़ी क्षेत्रों में मिनी ऑक्सीजन प्लांट लगाने का भी सुझाव दिया।
सीएम ने दिया हर समस्या के समाधान का भरोसा
मुख्यमंत्री (Chief Minister Tirath Singh Rawat) ने कहा कि क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की समस्या जल्द हल करा दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने मौके से ही शासन के उच्च अधिकारियों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की हर समस्या का निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की बहुत आवश्यकता है, ऐसे में ऑक्सीजन प्लांट कंपनियों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कहीं कमी नहीं होनी चाहिए, इस बात का खासतौर पर ध्यान रखा जाए। संकट की इस घड़ी में सबकी जिम्मेदारी है कि वह एक-दूसरे की मदद करें और अपनी जिम्मेदारियों का पूरी गंभीरता के साथ निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने कंपनी में काम कर रहे मजदूरों को भी उनके सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि प्राणवायु का उत्पादन करने वाले मजदूर किसी की जिंदगी बचाने का काम करते हैं।
सेलाकुई में प्रस्तावित है कोविड केयर सेंटर
मुख्यमंत्री ने सेलाकुई में प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर का भी निरीक्षण किया और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
प्रदेश में खुलेंगे सात नए ऑक्सीजन प्लांट, केंद्र ने दी मंजूरी
केंद्र सरकार ने प्रदेश में 7 नए ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी है। जिसपर जल्द कार्रवाई शुरू हो जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है. इसका सही तरीके से प्रयोग बहुत जरूरी है। ऑक्सीजन के अभाव में प्रदेश में किसी मरीज की मृत्यु न हो. ऑक्सीजन प्लांट का पूरी क्षमता से उपयोग हो।