लखनऊ डेस्क। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्योदय के समय यानी आज सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया। जिसके बाद छठ पूजा का आज सुबह सूर्योदय के बाद समापन हो गया। 36 घंटे का निर्जला व्रत भी पूर्ण हो गया। व्रत रखने वाले लोगों ने अर्घ्य देने के बाद पारण कर अपना व्रत खोला।आइये जानें छठ पूजा का लाभ –
ये भी पढ़ें :-Chhath Puja: खरना छठ पूजा का विशेष महत्व, जानें मुहूर्त
ऐसी मान्यता है कि छठी मैया और सूर्य देव की पूजा से सैकड़ों यज्ञ का फल प्राप्त होता है।
संतानों की सर्व मंगलकामना के लिए भी छठ पूजा और व्रत को किया जाता है।
छठी मैया की पूजा करने से लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
ये भी पढ़ें :-खाना खाने के तुरंत बाद न करें ये काम, हो सकते हैं गंभीर बीमारी के शिकार
जानकारी के मुताबिक छठी मैया पूजा का विशेष महत्व है। षष्ठी देवी बालकों की रक्षा’ करती हैं और उन्हें दीर्घ जीवन देती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बच्चों के जन्म के छठे दिन षष्ठी पूजा या छठी पूजा होती है।