नोएडा। भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर सक्रिय राजनीति में उतरने का ऐलान कर दिया है। इस कड़ी में रविवार को नोएडा में उन्होंने नई पार्टी की घोषणा कर दी है। उनकी नई पार्टी का नाम आजाद समाज पार्टी होगा। नई पार्टी के ऐलान के लिए कार्यक्रम स्थल पर भीम आर्मी के कार्यकर्ता और पुलिस प्रशासन आमने-सामने होते दिखे।
जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के चलते मनोरंजन, सार्वजनिक व सामूहिक कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी
बता दें कि जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के चलते मनोरंजन, सार्वजनिक व सामूहिक कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी है। भीम आर्मी ने कार्यक्रम स्थल के लिए जो जगह चुनी, वहां पर पुलिस ने रोक लगाते हुए कार्यक्रम स्थल पर ताला जड़कर नोटिस चस्पा कर दिया है।
भीम आर्मी के समर्थक और कार्यकर्ताओं की पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक हुई
जिला प्रशासन के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते आप कहीं भी पब्लिक मीटिंग या किसी तरीके का कोई कार्यक्रम नहीं कर सकते। लिहाजा बड़ी संख्या में भीम आर्मी के समर्थक और कार्यकर्ताओं की पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक हुई है।
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बता दें कि साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चंद्रशेखर का यह कदम पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया समीकरण बना सकता है। सहारनपुर में दलित और ठाकुरों में टकराव के बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर चर्चा में आए थे। सहारनपुर जेल से रिहा होने के बाद वे लगातार केंद्र व यूपी सरकार को चुनौती दे रहे हैं।
युवाओं में है चन्द्रशेखर को लेकर क्रेज़
चन्द्रशेखर उसी जाटव जाति से आते हैं जिस जाति की मायावती हैं। ऊपर से दलित युवाओं में चन्द्रशेखर को लेकर थोड़ा क्रेज़ बढ़ा है। हालांकि अजय बोस ने ये भी बताया कि चन्द्रशेखर बसपा की जगह तो नहीं ले सकते, लेकिन अपनी अलग पार्टी की पहचान से बसपा को नुकसान जरूर पहुंचा सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मौजूदा दौर में मायावती की राजनीतिक साख गिरती जा रही है और दलित पॉलिटिक्स में एक वैक्यूम बन गया है। अब चन्द्रशेखर कितना भर पाते हैं, ये समय बतायेगा?