कृषि कानून को रद्द करने की मांग से शुरू हुए किसान आंदोलन को आज 7 महीने पूरे हो गए हैं। आज यानी शनिवार को 32 किसान संगठनों ने राज भवन की ओर कूच किया। पंचकूला और मोहाली से आए किसानों ने चंडीगढ़ में बैरिगेटिंग तोड़कर प्रवेश किया। वहां एसपी मौजूद थे, किसानों को रोकने की कोशिश की गई पर किसानों ने जोर जबरदस्ती करके भवन की ओर कूच किया।
माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है ट्रैक्टर आगे ले जाने की कोशिश लगातार किसानों की ओर से जारी है। इस बीच डीसी मंदीप सिंह बराड़ ने मौके पर पहुंचकर उन्हें प्रेस लाइट प्वाइंट पर रोकने की कोशिश की। किसानों से ज्ञापन भी लिया है और उन्हें यह कहा है कि इसे प्रशासक वीपी सिंह बदनोर तक पहुंचाया जाएगा। सभी से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई है।
इससे पहले दोपहर करीब पौने एक बजे भी किसान पंचकूला के नाडा साहिब गुरुद्वारा से रवाना हुए। वहीं मोहाली से किसानों ने अंब साहिब से यादविंदर चौक की तरफ कूच किया। इस बीच किसान नेता सुरेंद्र सिंह का कहना है कि इस दिन इंदिरा गांधी के समय पर एमरजैंसी लागू हुई थी। हमें उसे याद करना चाहिए जिसके चलते हम यह मोर्चा निकाल रहे हैं।
किसान नेता रणजीत सिंह का कहना है कि उन्होंने करीब 5000 किसान आएंगे यह सोचा था पर अभी तक 30000 किसान पहुंच चुके हैं। इसी के चलते चंडीगढ़ पुलिस हाई अलर्ट पर है और बॉर्डर्स पर बैरिकेडींग कर रखी है।