प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच के सिलसिले में प्रयागराज पहुंची सीबीआई की टीम ने सीन रिक्रिएट किया. सीबीआई की टीम रविवार को भी बाघम्बरी मठ पहुंची और वहां पहुंचकर सीन रिक्रिएट किया। इसके लिए सीबीआई ने उस पंखे से महंत नरेंद्र गिरि के वजन के बराबर के बोरे को लटकाया, जिससे उनकी लाश लटकी मिली थी।
सीबीआई ने कई लोगों से की पूछताछ
बताया जा रहा है कि मठ पहुंची सीबीआई टीम ने कई लोगों से पूछताछ की। महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी बलबीर गिरि से भी पूछताछ की गई है। महंत नरेंद्र गिरि ने अपनी वसीयत में बलबीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। वहीं, एक टीम आश्रम की वीडियोग्राफी भी की। इसके अलावा सीबीआई ने सबसे पहले कमरे का दरवाजा खोलने वाला और लाश उतारने वाले शिष्यों से भी पूछताछ की। इस पूछताछ के आधार पर उसी कमरे में सीन रिक्रिएट किया गया।
इसके अलावा आज ही सीबीआई की टीम महंत की मौत के मामले में आरोपी आनंद गिरि और आद्या तिवारी से भी पूछताछ करेगी। आनंद गिरि और आद्या तिवारी नैनी जेल में बंद हैं।
सीबीआई ने 24 सितंबर को दर्ज की थी एफआईआर
इससे पहले शनिवार को भी सीबीआई की टीम मठ पहुंची थी। शनिवार को बाघम्बरी मठ पहुंचकर सीबीआई की टीम उस कमरे तक पहुंची थी, जहां महंत नरेंद्र गिरी की लाश मिली थी। सीबीआई ने कुछ शिष्यों से भी पूछताछ की थी। रविवार को सीबीआई की टीम यहां पहुंचकर कई अहम सबूत जुटा सकती है। इतना ही नहीं, सोमवार को एक बार फिर से सीबीआई बाघम्बरी मठ पहुंच सकती है। महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच के मामले में सीबीआई ने 24 सितंबर को एफआईआर दर्ज की थी।
महंत नरेंद्र गिरि की 20 सितंबर को हुई थी मौत
महंत नरेंद्र गिरि की मौत 20 सितंबर को हुई थी। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दी थी। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें उन्होंने परेशान होने की बात कही थी। सुसाइड नोट के आधार पर अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आनंद गिरि, आद्या तिवारी और उनके बेटा संदीप तिवारी शामिल है।