लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब सोमवार के साथ ही मंगलवार को भी फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनशन होगा। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने रविवार को बताया कि अब तक 8.9 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन कर्मियों को कोविड वैक्सीनेशन लगाने का काम किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के बाद फ्रंट लाइन कर्मियों को टीके लगाये जा रहे हैं। इसी क्रम में 15 और 16 फरवरी को वैक्सीन के लिए चिन्हित लोगों को दो दिन पहले ही सूचित करने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिये गये हैं, जिससे कि संबंधित कर्मी समय से पहुंचकर वैक्सीन की डोज लगवा सके। इसी बीच प्रदेश में रविवार को कोरोना के 103 नये मामले सामने आये हैं, जबकि तीन और की मौत हो गयी है। इसी तरह राजधानी लखनऊ में भी 17 और पीड़ित मिले हैं और एक मरीज की मौत हो गयी है। मौजूदा समय में प्रदेश में संक्रमण अब स्थिति लगभग पूरी तरह से नियंत्रण में है। जहां एक तरफ रोज होने वाली मौतों की संख्या में भरी कमी हुई है, वहीँ दूसरी तरफ एक्टिव केसेस का नंबर भी कम हो रहा है। वैसे प्रदेश में अब तक कुल 6,02,190 संक्रमित मिल चुके हैं। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी अब बढ़ कर 8,702 हो गया है। रविवार को मरने वालों में लखनऊ के अलावा मेरठ और लखीमपुर खीरी के 1-1 मरीज शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को बात करते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड से रिकवरी का प्रतिशत अब 98 फीसदी से ज्यादा हो गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 156 और अब तक 5,90,448 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,85,179 क्षेत्रों में 5,11,270 टीम दिवस के माध्यम से 3,14,57,411 घरों के 15,27,66,050 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शनिवार को एक दिन में कुल 1,21,440 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,95,61,480 सैम्पल की जांच की गयी है। सहगल ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस का नया प्रयोग कर हर परिवार तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 2.95 करोड़ से ज्यादा कोविड के टेस्ट और 15.27 करोड़ से ज्यादा व्यक्तियों से संपर्क कर कोविड संक्रमण की जानकारी ली गयी है। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रदेश सरकार के कोविड संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण की कार्ययोजना कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में सर्विलांस, कांट्रैक्ट कांटेक्ट व एग्रेसिव टेस्टिंग से कोविड नियंत्रण में सफलता मिली है।