लखनऊ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-2023) के सफल आयोजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने मंगलवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बैठक कर बेहतर टीमवर्क के लिए प्रसन्नता जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि GIS-2023 अभूतपूर्व रहा। इससे उप्र को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। सभी विभाग आए निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करें और उसे धरातल पर उतारें। मंत्री जिलों का दौरा कर उद्यमियों और युवाओं को उप्र के आर्थिक उन्नय की कहानी बताएं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि विगत एक सप्ताह की अवधि में उत्तर प्रदेश ने GIS-23 और जी-20 के कार्यक्रम की सफलतापूर्वक मेजबानी की है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 देशों से अतिथियों का आगमन हुआ तो जी-20 में हमारे मित्र राष्ट्रों सहित 36 देशों के प्रतिनिधियों की सहभागिता हो रही है। दोनों कार्यक्रम के आयोजन में हमारे मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही। एक बेहतर टीमवर्क के साथ सभी ने काम किया। स्थानीय जनता ने सकारात्मक भाव के साथ सहयोग किया। यह दोनों कार्यक्रम अनुशासन और सुशासन के प्रतिबिंब बने हैं। इन सफल आयोजनों ने पूरी दुनिया में एक नए उत्तर प्रदेश को पहचान दी है। इसके लिए पूरा प्रदेश बधाई का पात्र है।
उन्होंने (CM Yogi) कहा कि राष्ट्रपति की प्रेरणा से प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आशातीत सफलता प्राप्त करने वाला रहा। 10 हजार निवेशक एक साथ एक परिसर में उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उपस्थित हुए। 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के औद्योगिक निवेश वाली यह इन्वेस्टर्स समिट ने देश में एक रिकॉर्ड बनाया है। बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे विकास में पिछड़े क्षेत्रों में रिकॉर्ड औद्योगिक निवेश आया है। समिट की यह सफलता उप्र को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त करने वाली होगी।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि विधानमंडल के बजट सत्र से पूर्व सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों में भ्रमण करें। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ उद्यमियों, व्यापारी वर्ग, युवाओं से भेंट करें और प्रदेश के आर्थिक उत्थान से परिचय कराएं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के बारे में जानकारी दें। जनता को बताया जाए कि यह समिट किस प्रकार प्रदेश को देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाने वाला है। युवाओं के लिए सृजित हो रहे नौकरी-रोजगार के मौके के बारे में उन्हें जानकारी दें।
सभी मंत्री अपने संबंधित विभागों को प्राप्त औद्योगिक निवेश प्रस्तावों की तत्काल समीक्षा करें। हमें अगले छह माह की अवधि में एक बड़ी संख्या में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारते हुए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करना है। औद्योगिक विकास विभाग, इन्वेस्ट यूपी से आवश्यकतानुसार सहयोग लें।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से पूर्व सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों और वरिष्ठ शिक्षाविदों द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में भ्रमण कर प्रदेश के रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों से युवाओं का परिचय कराया गया। उनके तीन दिवसीय भ्रमण की रिपोर्ट तैयार करते हुए आगे भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजनों की तैयारी की जानी चाहिए। कैबिनेट की बैठकें जनहित की नीतियों का सबसे महत्वपूर्ण और औपचारिक माध्यम हैं। आने वाले दिनों में कैबिनेट की बैठकें राजधानी लखनऊ के अलावा अन्य महत्वपूर्ण नगरों में भी आयोजित की जाएंगी।