नई दिल्ली। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की पायलट कमांडर पुष्पांजलि पोत्सांगबाम पिछले चार महीने से कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से भारतीयों को स्वदेश लाने में जुटी हैं। पुष्पांजलि पिछले चार महीने से अपने पति मशहूर फुटबॉलर गौरमांगी सिंह से मिल नहीं सकी है, लेकिन उसे इसका मलाल नहीं है।
एयर इंडिया की पायलट पुष्पांजलि सरकार के वंदे भारत अभियान के तहत दुनिया के अलग अलग देशों में फंसे भारतीयों को लाने में जुटी हैं
दिल्ली में रहने वाली एयर इंडिया की पायलट पुष्पांजलि सरकार के वंदे भारत अभियान के तहत दुनिया के अलग अलग देशों में फंसे भारतीयों को लाने में जुटी हैं। गौरमांगी ने बताया कि जब आपका अपना कोई देश के लिए कुछ कर रहा है तो अच्छा लगता है। खासकर ऐसे समय में। यह काफी कठिन और चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन अगर मैं कहूं कि चिंता नहीं होती तो यह झूठ होगा।
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पुष्पांजलि पिछले 11 साल से एयर इंडिया में कर रही हैं काम
बता दें कि पुष्पांजलि पिछले 11 साल से एयर इंडिया में काम कर रही हैं। जल्दी ही दिल्ली आने वाले गौरमांगी ने कहा कि पिछले सप्ताह वह लागोस में थी। वह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय सेक्टर में ही सेवारत हैं। एक फ्लाइट उड़ाने के लिए तीन बार कोरोना टेस्ट से गुजरना होता है। रवानगी से पहले, आगमन पर और फिर पांच दिन के बाद।
उम्मीद जताई कि जल्दी ही हालात सामान्य होंगे और खेल गतिविधियां बहाल होंगी
गौरमांगी ने कहा कि यह काफी तनावपूर्ण है, क्योंकि हमेशा डर लगा रहता है। मेरी पत्नी और उसके तमाम सहकर्मियों को सलाम जो डॉक्टरों और नर्सों की तरह मोर्चे पर डटे हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्दी ही हालात सामान्य होंगे और खेल गतिविधियां बहाल होंगी।