पश्चिम बंगाल विधानसभा में शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के दौरान जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना हुआ कि धनखड़ अपना अभिभाषण भी पूरा न पढ़ पाए और पहले ही पहले दिन का सत्र समाप्त कर दिया गया। गवर्नर के अभिभाषण के साथ सत्र का आगाज होना था, पर शुरुआत होते ही बीजेपी नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर उन्होंने राज्यपाल के संबोधन के दौरान हंगामा किया था।
भाजपा ने आरोप लगाया गया कि टीएमसी के कारण राज्यपाल के भाषण में चुनाव के बाद हुई हिंसा का जिक्र नहीं किया गया। बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 43 मंत्रियों ने 10 मई को शपथ ली थी। इस दौरान भी धनखड़ ने बंगाल हिंसा को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि हिंसा खत्म करने को लेकर राज्य सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं दिखी। हालात बताते हैं कि सरकार भी यही चाहती थी। राज्यपाल बोले कि बंगाल में संविधान खत्म हो गया है। रात में हिंसा की खबरें मिलती हैं और सुबह सब ठीक बताया जाता है।
राज्यपाल धनखड़ ने इससे पहले 5 मई को ममता के शपथ ग्रहण के दिन भी बंगाल हिंसा का मुद्दा उठाया था। साथ ही CM से अपील की थी कि हालात सुधारने के लिए जल्द कदम उठाएं। ममता ने कहा था कि नई व्यवस्था लागू होगी। 5 दिन बाद मंत्रियों के शपथ ग्रहण में राज्यपाल ने एक बार फिर हिंसा का मुद्दा उठाया, लेकिन इस बार पहले से ज्यादा तल्ख तरीके से।