लखनऊ: विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत तेजी से बदलती दिख रही है। चाचा शिवपाल (Shivpal Yadav) और भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की लड़ाई का सीधा फायदा भाजपा को मिल सकता है। BJP शिवपाल के सहारे समाजवादी पार्टी (SP) के खिलाफ बड़ा रणनीतिक दांव चल सकती है। सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि शिवपाल यादव की भाजपा से बढ़ती नजदीकी उन्हें यूपी विधानसभा में विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठा सकती है।
पार्टी रणनीतिकारों ने जिस तरह सपा खेमे में सेंध लगाते हुए विधायक नितिन अग्रवाल को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया था, वैसा ही कुछ शिवपाल के मामले में भी करने की तैयारी चल रही है। अगर ऐसा होता है तो शिवपाल यादव सदन में अपने भतीजे और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के नजदीक बैठेंगे क्योंकि विधान सभा उपाध्यक्ष की सीट सदन में ठीक नेता प्रतिपक्ष के बगल में ही होती है।